मण्डलायुक्त ने दिए निर्देश खराब एम्बुलेंस को जल्द ठीक करवाए

मण्डलायुक्त ने दिए निर्देश खराब एम्बुलेंस को जल्द ठीक करवाए 


      गोरखपुर(पी एम ए) मण्डलायुक्त जयन्त नार्लिकर ने निर्देश दिये है कि सभी एम्बुलेंस क्रियाशील हो और नियत समय पर पहुंच कर मरीज को अस्पताल पहुंचायें। उन्होंने कहा कि यदि मण्डल के किसी जनपद में एम्बुलेंस खराब हो तो उसे तत्काल प्रभाव से ठीक कराया जाये। उन्होंने स्वास्थ्य सेवाओं के बेहतरी पर बल देते हुए कहा कि मरीजों का पूरा ख्याल रखा जाये और अस्पतालों में चिकित्सकों की उपस्थिति, दवाओं की उपलब्धता, साफ सफाई आदि की समुचित व्यवस्था हो। मण्डलायुक्त ने बैठक में अनुपस्थित सीएनडीएस के प्रोजेक्ट मैनेजर तथा जी0एम0 यू0पी0आर0एन0एन के एक दिन का वेतन रोकने के निर्देश देते हुए कहा कि बैठक में सभी संबंधित अधिकारियों की उपस्थित अनिवार्य है।
उक्त निर्देश मण्डलायुक्त ने आयुक्त सभागार में आयोजित जे0ई0/एईएस की टास्क फोर्स की बैठक की अध्यक्षता करते हुए दिये। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि इंसेफलाइटिस बीमारी की रोकथाम/नियंत्रण हेतु साफ सफाई, शुद्ध पेयजल, टीकाकरण, फागिंग, छिड़काव  आदि की समुचित व्यवस्था की जाये तथा 15 जुलाई तक सभी तालाबों मेंक गम्बूजिया मछली डाली जाये। उन्होंने जनपदवार तालाबों की स्थिति मत्स्य विभाग को उपलब्ध कराने के निर्देश संबंधित अधिकारियों को दिये।
मण्डलायुक्त ने कहा कि स्कूल खुलने पर बच्चों को इस बीमारी से बचाव के तरीके बताये जायें तथा स्कूलों के नोडल अध्यापक का विकास खण्डवार प्रशिक्षण 20 जुलाई तक करा दिया जाये जिसमें इन्हें इंसेफलाइटिस से लेकर कोरोना वायरस तक के लक्षण, बचाव आदि के बारे में प्रशिक्षित किया जाये। यह सुनिश्चित हो कि एक साथ 15 लोगों को ही प्रशिक्षित किया जाये। उन्होंने स्वास्थ्य सेवाओं के प्रति पूरी सतर्कता एवं संवेदनशीलता के साथ कार्य करने के निर्देश देते हुए कहा कि ई0टी0सी0 को पूरी तरह क्रियाशील रखा जाये।
मण्डलायुक्त ने संचारी रोग/दस्तक अभियान का माइक्रो प्लान बनाने के साथ ही कहा कि सभी संबंधित विभाग आपसी समन्वय बनाकर कार्य करें। बताया गया कि एक जुलाई से अभियान का शुभारम्भ होगा। आयुक्त ने कहा कि जिलाधिकारी की अध्यक्षता में जिला टास्क फोर्स की बैठक कर ली जाये।
मण्डलायुक्त ने निर्देश दिये कि सीएमओ/सीएमएस अपने आस पास अनुशासन का माहौल बनाये, अस्पतालांे में आवश्यकतानुसार होमगार्ड की तैनाती करा ली जाये ताकि शत प्रतिशत सोशल डिस्टेंसिंग का अनुपालन हो सके क्योंकि कोरोना सेे बचाव हेतु यह आवश्यक है। उन्होंने मरीजों को दिये जाने वाले भोजन की गुणवत्ता पर विशेष ध्यान देने के निर्देश देते हुए कहा कि सभी सरकारी कार्यालयों में भी अनुशासन का माहौल सृजत हो तथा हेल्थडेस्क बनाये जाये और कार्यालय के किसी एक कर्मी का कोराना से बचाव से संबंधित प्रशिक्षण कराया जाये और हेल्थ डेस्क पर सिनेटाइजर आदि रखें जाये।
मण्डलायुक्त ने सैम्पल कलेक्शन पर विशेष ध्यान देने के निर्देश देते हुए मुख्य चिकित्साधिकारियों से कहा कि सांय 7 बजे तक मेडिकल कालेज को टेस्टिंग हेतु सैम्पल अवश्य उपलब्ध करा दिये जाये। उन्होंने कहा कि कार्यालयों, पेंशनरों एवं अन्य वर्गों जैसे सब्जी वाले, रेलवे, रोडवेज आदि से कम से कम 5-5 सैम्पल अवश्य लिए जाये ताकि कोरोना बीमारी की पहचान करने में आसानी हो। उन्होंने यह भी कहा कि प्रत्येक जनपद में अतिरिक्त बेड यथा गोरखपुर में 1000 तथा अन्य जनपदों में 500-500 की व्यवस्था सुनिश्चित की जाये।
मण्डलायुक्त ने निर्देश दिये कि प्राइवेट अस्पतालों में टूनेट मशीन लगाये जाये तथा ओपीडी में कोविड मैसेज एलईडी स्क्रीन पर जागरूकता के दृष्टिगत चलाये जाये। आयुक्त ने यह भी कहा कि प्रत्येक जनपद में स्थायी कोविड सेन्टर स्थापित किया जाना है। इस हेतु भूमि चिन्हित कर ली जाये।
सी0एच0सी0/पी0एच0सी0 के निर्माण कार्यों की समीक्षा के दौरान बताया गया कि पिपरौली, चरगावा, खजनी में शत प्रतिशत धनराशि अवमुक्त करने के पश्चात भी अभी तक निर्माण कार्य शत प्रतिशत पूर्ण नही हुआ है जबकि लगभग दो वर्ष पूर्व ही सम्पूर्ण धनराशि कार्यदायी संस्था को अवमुक्त की जा चुकी है। मण्डलायुक्त ने इसपर कड़ी नाराजगी प्रकट करते हुए 15 जुलाई तक शत प्रतिशत निर्माण कार्य पूर्ण कर लेने के निर्देश कार्यदायी संस्था को देते हुए स्पष्ट कहा कि जो भी ठेकेदार कार्य के प्रति उदासीनता बरतते हुए पाया गया तो उसे ब्लैकलिस्ट करने के साथ ही कार्यदायी संस्था के विरूद्ध कड़ी कार्यवाही की जायेगी।
बैठक में एडी हेल्थ, प्राचार्य मेडिकल कालेज, समस्त सीएमओ, सीएमएस, जेडीसी एवं कार्यदायी संस्थाओं के अधिकारी गण उपस्थित रहे।

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