सभी की जागरूकता में कायस्थ महासभा की महत्वपूर्ण भूमिका :प्रो. राकेश सक्सेना

सभी की जागरूकता में कायस्थ महासभा की महत्वपूर्ण भूमिका : प्रो.राकेश सक्सेना

वर्तमान समय में किसी मरीज की चिकित्सा से कहीं अधिक महत्वपूर्ण शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता का विकास है:डाॅ.प्रणव कुमार बब्बू
    


  रांची. अखिल भारतीय कायस्थ महासभा, झारखण्ड प्रदेश द्वारा शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता के विकास के लिये आज बिरसा क़ृषि विश्वविद्यालय के मुख्य द्वार एवं कांके चौक पर दवा का वितरण किया गया.
इस कार्यक्रम की शुरुआत करते हुए बिरसा क़ृषि विश्वविद्यालय, रांची के प्राध्यापक व विभागाध्यक्ष प्रो.राकेश सक्सेना ने कहा कि कोरोना वायरस से बचाव में जागरूकता की सबसे महत्वपूर्ण भूमिका है और इस संदर्भ में अखिल भारतीय कायस्थ महासभा ने पिछले तीन माह में बेहद ही प्रासंगिक दायित्व निभाया है. उन्होंने कहा कि इसके साथ ही कोविड के दौरान यह ऐसा काल है जब अपनी जीवन पद्धति को आदर्श स्वरुप में ढालना बहुत जरूरी है. अखिल भारतीय कायस्थ महासभा द्वारा जाति-धर्म की सीमा से उठकर सभी के लिये जनहित में काम करने की उन्होंने सराहना की. कार्यक्रम में आम लोगों के मध्य होम्योपैथिक औषधि आर्सेनिक एल्बम 30 दवा का वितरण के अवसर पर अपने सम्बोधन में अखिल भारतीय कायस्थ महासभा के प्रदेश अध्यक्ष डॉ.प्रणव कुमार बब्बू ने कहा कि, वर्तमान दौर में किसी मरीज़ की चिकित्सा से कहीं अधिक महत्वपूर्ण शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता का विकास है और इसका सीधा लाभ यह भी है कि कोविड सहित अनेक बीमारियों से बचाव भी इससे संभव है. डॉ.बब्बू ने कहा कि कोरोना वायरस से बचाव की सटीक दवा या वैक्सिन जबतक उपलब्ध नहीं है तबतक हम सभी की जिम्मेदारी बहुत महत्वपूर्ण है. 
उन्होंने कहा कि कोवीड के कारण संकट के समय अपनी क्षमता का पूरा उपयोग कर अखिल भारतीय कायस्थ महासभा ने जाति-धर्म से ऊपर उठकर पूरे समाज के लिये काम किया क्योंकि हमारी परिभाषा में झारखण्ड के सभी लोगों की हर संभव मदद को हमने अपना लक्ष्य बनाया और महासभा के निर्णयानुसार कोरोना से सुरक्षा के लिये सभी लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता के विकास के लिये पूरे झारखण्ड में भारत सरकार के आयुष मंत्रालय द्वारा अनुशंसित होम्योपैथिक औषधि "आर्सेनिक एल्बम 30" दवा का वितरण पाँच लाख लोगों के मध्य किया जा रहा है और इसी के तहत आज बिरसा क़ृषि विश्वविद्यालय के मुख्य द्वार के सामने और कांके चौक पर दवा का वितरण किया गया और 980 लोगों को दवा दिया गया जिससे 4900 लोगों को सीधा फायदा होगा. आयोजित शिविरों की कड़ियों में यह 58वां और 59वां शिविर था. डॉ.बब्बू ने कहा कि निशुल्क दवा का वितरण निरंतर जारी रहेगा क्योंकि किसी व्यक्ति की रोग प्रतिरोधक क्षमता के उन्नयन के लिये इस दवा को बेहद प्रभावी माना गया है. अवि होमियो हाल एवं झारखण्ड होमियोपैथी एसोसिएशन के डॉ.राजीव कुमार और मन्नत होमियो हाल के राजेश कुमार के सहयोग से आयोजित आज के इस कार्यक्रम में प्रो.राकेश सक्सेना, विश्वनाथ सिंह, गिरिजा शंकर पाण्डेय, धर्मनाथ सिंह, विष्णु यादव, मो.कमाल, हनीफ अंसारी, राजू गुप्ता, निरंजन सहित अनेक लोग विशेष रूप से उपस्थित थे.
भारत सरकार के आयुष मंत्रालय ने शरीर की प्रतिरोध क्षमता के उन्नयन के लिये आर्सेनिक 30 एल्बम की अनुशंसा की है.
कार्यक्रम को सफल बनाने में दिनेश प्रसाद सिन्हा, विजय दत्त पिन्टू, जयदीप सहाय, आलोक परमार, राकेश रंजन बब्लू, संजय शौर्य, संतोष दीपक, विजय कुमार, सूर्य विकास मिंज, सहित एबीकेएम के अन्य पदाधिकारियों एवं महापरिवार सदस्यों का महत्वपूर्ण योगदान रहा.

Post a Comment

0 Comments