उ.प्र. राज्य महिला आयोग की मा0 सदस्य ने सुनी पीड़ित महिलाओं की समस्यायें

उ.प्र. राज्य महिला आयोग की मा0 सदस्य

 ने सुनी पीड़ित महिलाओं की समस्यायें



   प्रयागराज(राम आसरे),सदस्य, उ.प्र. राज्य महिला आयोग श्रीमती अनीता सिंह ने बुधवार को सर्किट हाऊस में पीड़ित महिलाओं की समस्यायें सुनी। उन्होंने सम्बन्धित अधिकारियों को निर्देशित किया कि महिलाओं की शिकायतो को पूरी गम्भीरता से लिया जाय, इसमें किसी प्रकार की शिथिलता बिल्कुल भी बर्दाश्त नही की जायेगी। उन्होंने कहा कि महिला जन सुनवाई में आने वाले शिकायती प्रकरणों के निस्तारण की मानिटरिंग सुनवाई के बाद नियमित रूप से आयोग के स्तर पर की जाती है इसलिए प्रकरणों को बेवजह लम्बित करने तथा पीडित महिलाओ को न्याय दिलाने में किसी प्रकार का विलम्ब कतई क्षम्य नही होगा।
मा. सदस्य, उ.प्र. राज्य महिला आयोग के समक्ष जनसुनवाई में दहेज उत्पीड़न, भूमि से सम्बंधित शिकायतों सहित अन्य शिकायतें सुनवाई के लिए आयी। उन्होंने कहा कि थानों में जब कोई महिला इस प्रकार के मामले लेकर जाती है तो सम्बन्धित थानों के लोगो का यह प्रयास होना चाहिए वे दोनों पक्षों में सुलह-समझौता कराकर मामले का समाधान करने का प्रयास करें। सदस्य, महिला आयोग ने कहा कि महिलायें अपने अधिकारों के प्रति जागरूक है। महिला आयोग का गठन पीड़ित महिलाओं को न्याय दिलाने के लिए ही हुआ है। यदि किसी महिला को न्याय मिलने में कोई परेशानी आ रही है तो वे अपनी समस्या को लेकर महिला जनसुनवाई में जरूर आये। जनसुनवाई में पीड़ित महिलाओं की पूरी सहायता की जायेगी। इस तरह महिला जनसुनवाई में एक़ दर्जन से अधिक मामले सुनवाई के लिए आये। मा. सदस्य ने सम्बन्धित थाने के प्रभारी को निर्देशित किया कि दर्ज की गयी शिकायतों की जांच करते हुए निस्तारण से अवगत करायें। मा. सदस्य ने पूर्व की जनसुनवाई के प्रकरणों के निस्तारण की स्थिति देखी। उन्होंने उपस्थित थानो के प्रभारी अधिकारियों को निर्देशित किया कि महिलाओं की समस्याओं को प्राथमिकता के आधार पर सुनें। उन्होंने कहा कि अगर कोई पीडित महिला थाने में अपनी शिकायत लेकर आती है तो उसकी समस्या को गम्भीरता से सुने तथा उस पर त्वरित कार्यवाही भी करें। उन्होंने कहा कि महिलाओं की समस्याओं को त्वरित निस्तारण कराने के लिए उ.प्र. राज्य महिला आयोग पूरी तरह से कटिबद्ध है।
जनसुनवाई के उपरांत सदस्य महोदया ने नैनी जेल एवं राजकीय बाल शिशु गृह का निरीक्षण किया व व्यवस्थाओं का जायजा लिया। सदस्य महोदया ने नैनी जेल में महिला बंदियों एवं बच्चों से मुलाकात की व उनसे व्यवस्थाओं के बारे में व उनकी समस्याओं के बारे जानकारी प्राप्त की। सदस्य ने महिला बंदियों की समस्याओं को सुनते जुए उनकी समस्याओं के निराकरण के लिए कहा है। नैनी जेल के निरीक्षण के बाद सदस्य राजकीय बाल गृह शिशु पहुंची, वहां पर उन्होंने संस्था में रह रहे बच्चों की संख्या के बारे में जानकारी ली। सदस्य ने राजकीय बाल गृह शिशु में बच्चों के साथ बातचीत की, उनसे वहां पर मिल रही व्यवस्थाओं के बारे में जानकारी प्राप्त की, जिस पर सदस्य को बताया गया कि संस्था में बच्चों के लिये पर्याप्त मात्रा में वस्त्र, बिस्तर, तखत एवं अन्य आवश्यक वस्तुओं की पर्याप्त व्यवस्था है व उनकी मूलभूत आवश्यकताओं को समय से पूरा किया जा रहा है।

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