टीएसपीसी से मुठभेड़ के बाद मिला हथियार व गोली
मिनी गन फैक्ट्री किया गया नेस्तनाबूद,फरार हो गया खूंखार आक्रमण
चतरा टीएसपीसी प्रतिबंधित नक्सली संगठन से हुवे मुठभेड़ मामले में पुलिस अधीक्षक राकेश रंजन ने 1 सितंबर बुधवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित किया। बताया गया कि हुवे पुलिस के मुठभेड़ में आक्रमण गंझू उर्फ आक्रमण जी पुलिस की चंगुल से बच निकला।इस अभियान में पुलिस को नक्सलियों के भारी मात्रा में गोली व हथियार समेत हथियार बनाने में प्रयुक्त होने वाले सामानों तथा अन्य सामग्री हांथ लगी है। पुलिस कप्तान ने आगे कहा कि गुप्त सूचना मिली थी कि कुंदा, प्रतापपुर और पलामू जिला के सीमावर्ती क्षेत्रों में प्रतिबंधित संगठन टीएसपीसी के शीर्षस्थ कमांडर आक्रमण गंझू उर्फ आक्रमण जी, शशिकांत उर्फ आरिफ उर्फ सुदेश साकिन केदल, चंदन गंझू साकिन नगाद दोनों थाना मनातू जिला पलामू ,राकेश गंझू साकिन बुटकोइया थाना कुंदा, रौशन जी उर्फ दशरथ उरांव ,भैरव गंझू साकिन राजगुरुआ थाना बालूमाथ जिला लातेहार एवं अन्य लगभग 10- 12 सदस्य कैम्प किये हुए हैं।जानकारी के अनुसार बड़ी वारदात को अंजाम देने की योजना बनाई जा रही है।
पुलिस कप्तान श्री रंजन ने आगे बताया कि सीमावर्ती जिला पलामू के एसपी से विचारोपरान्त सिमरिया अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी अशोक रविदास के नेतृत्व में झारखंड जगुआर के असाल्ट ग्रुप 29 सैट -44 सैट 5 चतरा एवं पलामू पुलिस के साथ संयुक्त अभियान दल गठित किया गया।
पुलिस कप्तान ने आगे बताया कि गठित पुलिस दल निशानदेही वाले स्थान के करीब ज्यों हीं पहुंची, टीएसपीसी उग्रवादी के संतरी ने पुलिस को अपनी ओर आता देखकर पुलिस पर टारगेट करते हुए अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दिया। पश्चात पुलिस ने भी जवाबी फायरिंग शुरू किया। फायरिंग का यह सिलसिला लगभग दो घण्टा तक चला। पुलिस को भारी पड़ता देख उग्रवादियों ने जंगल का लाभ उठा कर फरार हो गए। घटना स्थल से पुलिस ने 1 सेमी ऑटोमेटिक रायफल मैगजीन लगा हुआ, एक देशी भराठी बंदूक, देशी बंदूक 12 एमएम का सिंगल लगा हुआ एवं भारी मात्रा में गोली व अन्य सामग्री बरामद किया गया है। पुलिस कप्तान राकेश रंजन ने कहा कि उग्रवादियों को गिरफ्तारी से बचने के लिए सिर्फ सरकार की आत्मसमर्पण नीति हीं एकमात्र रास्ता बचा हुआ है।
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