मुखिया बनकर गरीबों की बनेंगे आवाज,हक अधिकार की लड़ाई में होंगे कुर्बान: राहम मुखिया प्रत्याशी -विश्वजीत उरांव

मुखिया बनकर गरीबों की बनेंगे आवाज,हक 

अधिकार की लड़ाई में होंगे कुर्बान: राहम 

मुखिया प्रत्याशी -विश्वजीत उरांव





ब्यरो चीफ - कुन्दन कुमार की रिपोर्ट

टंडवा: - प्रखंड के राहम पंचायत में 15 वर्ष से गरीबों के सेवक के नाम से पहचान बना चुके राहम निवासी विश्वजीत उरांव ने ग्रामीणों कीे मांग पर राहम पंचायत से मुखिया का चुनाव लड़ने का घोषणा किया है। श्री उरांव ने बताया कि पंचायत चुनाव में मुखिया पद से चुनाव लड़ना का ग्रामीणों के मांग पर दबे कुचले गरीब लोगों की आवाज बनना चाहते है। सरकार की तमाम लाभकारी योजना गरीबो को मुख्य रुप से मिले यही मेरी प्राथमिकता हैं। आज धांधली एवं घूसखोरी की प्रथा के कारण योजनाओं का सही लाभ जरुत मन्दो को नही मिल पाता है। सभी अपना झोली भरने में लगे है।इसी को लेकर राहम कीे जनता तथा मतदाताओं के मांग पर पंचायत राहम से मुखिया पद से चुनाव लड़ने का फैसला उन्होंने किया हैं। उन्होंने कहा कि उनमेें अपने पंचायत का विकास करने का दृढ़ इच्छाशक्ति है। वो अपने ग्राम पंचायत को सम्पूर्ण चतरा जिला हीं नहीं पूरे झारखंड में एक मॉडल पंचायत के रूप में विकसित करना चाहता हैं । श्री उरांव ने बताया की राहम पंचायत के अंतर्गत पड़ने वाले ग्रामीण क्षेत्र मासीलौंग ,राहम,चातर ,नवाटाड़ ,सामीडीह उर्फ चिरूआ, लरंगा ,अस्नातरी ,के सभी मतदाता की सेवा करना और उनकी आवाज को बुलंद करना चाहता वो चाहते हैं। पंचायत के सम्मानित जनता तथा मतदाता अगर उन्हें एक मौका देकर मुखिया बनाने का कार्य करेती है तो वो कभी भी अपने मतदाता तथा जनता को निराश नहीं होने देंगे । पंचायत के विकास में हमेशा वो तत्पर रहेंगे ऐसा उन्होंने कहा है । आगे उनका कहना है कि टंडवा में विकास की काफी सम्भावना है वही एनटीपीसी एवं सीसीएल के होते हुए यहां के लोग उपेक्षित है आगे बताया कि प्रबंधन से बात कर वो अपने पंचायत में विकास की गंगा बहाने का कार्य करेंगे । साथ ही अपने पंचायत का चहुमुंखी विकास करना ही उनका लक्ष्य है।

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