मुस्लिम समाज के लोगों ने
पहलगाम आतंकी हमले में
मारे गए लोगों के लिए
कैंडल मार्च निकाला
मौलाना तहजीबुल हसन के नेतृत्व में मस्जिद जाफरिया से लेकर अलबर्ट एक्का चौक तक कैंडल मार्च
रांची: मुस्लिम समाज के लोगों ने पहलगाम आतंकी हमले में मारे गए लोगों के लिए आज दिनांक 25 अप्रैल 2025 को मस्जिद जाफरिया से लेकर अलबर्ट एक्का चौक तक कैंडल मार्च निकाला। जिसका नेतृत्व हज़रत मौलाना हाजी सैयद तहजीबुल हसन रिज़वी कर रहे थे। इनके साथ विभिन्न मुस्लिम संगठनो के ओहदेदार शामिल थे। लोगों ने हाथों में तख्ती और मोमबत्ती लेकर मार्च किया। कैंडल मार्च में लोगों ने कहा कि हमारे लिए देश पहले है धर्म बाद में आता है। आतंकवादियों ने जिस तरह से निर्दोष पर्यटकों की हत्या की है वह इंसानियत के खिलाफ है। मौलाना तहजीबुल हसन ने कहा कि भारत हिंदू-मुस्लिम एकता का प्रतीक है। उन्होंने कहा कि जिन्होंने धर्म के नाम पर यह काम किया वह इंसान नहीं हैवान हैं। एक संवर में लोगों ने कहा कि आतंकवादियों को मौत की सजा दी जाए, उन्हें खोजकर सजा मिलनी चाहिए। भारत का मसलमान पहले हिंदुस्तानी है, फिर मुसलमान है। उन्होंने इस कायराना हरकत की कड़ी निंदा करते हुए कहा कि, जिस प्रकार से हमले की वीडियो और रोते बिलखते उन बच्चों और महिलाओं की जो वीडियो सामने आई है उसे देखकर उनकी रूह भी कांप गई। जिन्होंने उस मंजर को अपनी आंखों से देखा और उसे दर्द को झेला है, उस समय उनके दिल पर क्या बीती होगी। इस आतंकवाद को जड़ से खत्म किया जाना चाहिए। कैंडल मार्च में मौलाना सैयद तहजीबुल हसन रिजवी, झारखंड सुन्नी वक्फ बोर्ड के सदस्य इबरार अहमद ,झारखंड मुक्ति मोर्चा नेता जुनैद अनवर, सेंट्रल मुहर्रम कमिटी के महासचिव अकिलुर रहमान, हाजी नवाब, सैयद शमीम हैदर, सैयद नेहाल अहमद, इकबाल फातमी, सैयद नेहाल हुसैन सरियावी, सरफ़रज़ सड्डू, समेत सैंकड़ों मुस्लिम प्रतिनिधि शामिल थे।
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