ग्रामीण क्षेत्रों में कायस्थ महासभा द्वारा सघन दवा वितरण एवं जनसम्पर्क अभियान सफल
बचाव के लिए सबसे पहली जरूरत जागरूकता की है क्योंकि सोशल डिस्टेन्सिग, मास्क जैसे स्वच्छता जैसी उपाय अपनाकर हीं इससे बचाव संभव है: रांची के पूर्व सांसद, रामटहल चैधरी
कोविड के दौरान स्वच्छता, सोशल डिस्टेंसिंग और अपनी जीवन पद्धति को आदर्श स्वरूप में ढालना बहुत जरूरी है: डाॅ. प्रणब कुमार बब्बू, कायस्थ महासभा झारखण्ड प्रदेश अध्यक्ष
रांची. अखिल भारतीय कायस्थ महासभा, झारखण्ड प्रदेश द्वारा शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता के विकास के लिये रांची के सोनाहातु और अनगड़ा प्रखण्ड के सुदूरवर्ती ग्रामीण क्षेत्रों में अनेक गाँवो में दवा का वितरण किया गया.
इस अवसर पर आयोजित विविध कार्यक्रमों में बोलते हुए पूर्व सांसद रामटहल चौधरी ने कहा कि यह बहुत ही अच्छी बात है कि अनेक स्थानों पर विकराल बनी कोरोना वायरस से ग्रामीण क्षेत्र आम तौर पर सुरक्षित हैं लेकिन यह ख़ुशी नहीं बल्कि और भी अधिक सतर्कता की बात है.
श्री चौधरी ने कहा कि बचाव के लिये सबसे पहली जरुरत जागरूकता की है क्योंकि, सोशल डिस्टेंस, मास्क, स्वच्छता जैसे उपाय अपनाकर ही इससे बचाव संभव है. उन्होंने कहा कि हर व्यक्ति को सावधान रहने और सभी को जागरूक करने की भी आवश्यकता है.
इस संदर्भ में अखिल भारतीय कायस्थ महासभा द्वारा पिछले तीन माह में किये गये कार्यों की सराहना करते हुए उन्होंने कहा कि महासभा ने बहुत सार्थक भूमिका निभायी है. इस अवसर पर बोलते हुए अखिल भारतीय कायस्थ महासभा के प्रदेश अध्यक्ष डॉ.प्रणव कुमार बब्बू ने कहा कि कोविड के दौरान स्वच्छता, सोशल डिस्टेंस और अपनी जीवन पद्धति को आदर्श स्वरुप में ढालना बहुत जरूरी है. उन्होंने कहा कि एकजुट होकर ही कोविड का सामना किया जा सकता है. उन्होंने सभी सामाजिक, राजनीतिक, धार्मिक व व्यावसायिक संगठनों से सामने आने की अपील की और कोरोना के विरुद्ध निर्णायक युद्ध लड़ने का आह्वान किया.
कार्यक्रमो में आम लोगों के मध्य होम्योपैथिक औषधि आर्सेनिक एल्बम 30 दवा के वितरण के साथ ही सोशल डिस्टेंस के महत्व और कोरोना बीमारी के संदर्भ में लोगों को जागरूक किया गया. सघन प्रचार-प्रसार के साथ आम लोगों को यह जानकारी दी गयी कि सभी के हित में अभी यह सबसे अधिक जरूरी है.
महासभा के निर्णयानुसार कोरोना से सुरक्षा के लिये सभी लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता के विकास के लिये पूरे झारखण्ड में भारत सरकार के आयुष मंत्रालय द्वारा अनुशंसित होम्योपैथिक औषधि "आर्सेनिक एल्बम 30" दवा का वितरण पाँच लाख लोगों के मध्य किया जा रहा है और इसी के तहत आज सोनाहातु प्रखण्ड के सुदूरवर्ती बारंदा, मरांगकिरी, चरकुडीह, मानकिडीह, जूरंगा, पालूडीह, भारसुडीह, संटूरूप, जामुदाह सहित अनेक गाँव और अनगड़ा के जरगा, फलकीटांड, नवाटोली सहित अनेक गाँव में दवा वितरण एवं लोगों को जागरूक किया गया. आज कुल 3570 लोगों को दवा दिया गया जिससे 17850 लोगों को सीधा फायदा होगा.
डॉ.बब्बू ने कहा कि निशुल्क दवा का वितरण निरंतर जारी रहेगा क्योंकि किसी व्यक्ति की रोग प्रतिरोधक क्षमता के उन्नयन के लिये इस दवा को बेहद प्रभावी माना गया है. अवि होमियो हाल एवं झारखण्ड होमियोपैथी एसोसिएशन के डॉ.राजीव कुमार एवं मन्नत होमियो हाल के राजेश कुमार के सहयोग से आयोजित आज के इन कार्यक्रमो में डॉ.प्राण सिंह मुण्डा, बृगेन्द्र नाथ महतो, सावना महली, रामदास महतो, महेन्द्र नाथ महतो, फेकू पाहन, जय गोपाल महतो, बंसीधर महतो, हरदास सिंह, राजाराम लोहरा सहित अनेक लोग विशेष रूप से उपस्थित थे.
भारत सरकार के आयुष मंत्रालय ने शरीर की प्रतिरोध क्षमता के उन्नयन के लिये आर्सेनिक 30 एल्बम की अनुशंसा की है.
कार्यक्रम को सफल बनाने में डॉ.प्रणव कुमार बब्बू, राजीव रंजन सिन्हा, जयदीप सहाय, विजय कुमार दत्त पिन्टू, सूरज कुमार सिन्हा, आलोक परमार, दिनेश प्रसाद सिन्हा, राकेश रंजन बब्लू, संजय शौर्य, विजय कुमार, सूर्य विकास मिंज, सहित एबीकेएम के अन्य पदाधिकारियों एवं महापरिवार सदस्यों का महत्वपूर्ण योगदान रहा..उक्त अआश्य की एक प्रेस विज्ञप्ति सूरज कुमार सिन्हा प्रदेश प्रवक्ता ने २५जून २०२०को जारी किया है।
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