बाहुबली विधायक मुख्तार अंसारी का तिलिस्म तोड़ने में जुटी पुलिस
मऊ।(पीएमए) लगातार कई वर्षों से मऊ सदर विधानसभा सीट पर विधायक की कुर्सी पर आसीन होने वाले बाहुबली विधायक मुख्तार अंसारी पर यूपी की योगी सरकार ने शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। बाहुबली विधायक मुख्तार अंसारी का तिलिस्म तोड़ने के लिए मऊ जिले की पुलिस जुट गई है। यहाँ के पुलिस अधीक्षक अनुराग आर्य ने मुख्तार अंसारी के गुर्गों, सफेदपोशो , ठेकेदारों, मछली के कारोबारियों एव फर्जी असलहाधारियों पर गाज गिराना शुरू कर दिया है। पुलिस बाहुबली के आर्थिक साम्राज्य को तोड़ने की हर जुगत लगा रही है।
गौरतलब है कि मऊ सदर विधानसभा पर गाजीपुर जिले के निवासी मुख्तार अंसारी कई बार विधायक की कुर्सी पर 5 बार से अधिक आसीन हो चुके हैं। मौजूदा समय में भी मऊ सदर विधानसभा सीट पर विधायक की कुर्सी पर विराजमान हैं। बाहुबली विधायक अपने रसूख को कायम रखने के लिए जरूरत के मुताबिक दलों को बदलने में भी माहिर रहे हैं।
इन्हें शतरंज के खिलाड़ी क्यों ना माना जाए कि किसी की सरकार रहे अपनी बात का लोहा को मनवा ही लेते रहे हैं। लेकिन मौजूदा योगी सरकार में बाहुबली विधायक की हेकड़ी ढीली होती नजर आ रही है। पहले ही यहां के जुझारू पुलिस अधीक्षक अनुराग आर्य ने विधायक के गुर्गों को जेल के शिकंजे के भीतर भेजने की कार्रवाई कर चुके हैं। इसके तहत यहां चार फर्जी असलहे मिले इनमें से एक नामधारी व्यक्ति की पहले ही पुलिस एनकाउंटर में मार गिराया जा चुका था फिर भी उसके नाम पर लाइसेंस चल रहा था। जबकि फर्जी तरीके से असलहा रखने में 3 लोगों को मुख्तार के गुर्गों के रूप में जेल भेजने में पुलिस कामयाब रही है इतना ही नहीं 14 अन्य लोगों के भी लाइसेंस निरस्त किए गए। इनका भी कहीं न कहीं जुड़ाव बाहुबली के इर्द-गिर्द रहा है।
इतना ही नहीं पुलिस अधीक्षक ने मुख्तार अंसारी के एक-एक सिपहसालार को ढूंढ निकाला। इसके तहत भू माफिया बृजेश सोनकर को भी जेल की सलाखों के पीछे भेज दिया। अब चूंकि विधायक अंसारी जेल के भीतर हैं इसलिए उनके गुर्गों ने अपने कारोबार के तरीकों को बदल दिया है । इन तरीकों पर पुलिस महकमे की छानबीन चल रही है पुलिस अधीक्षक अनुराग आर्य की माने तो अपराधिक किस्म के व्यक्ति कहां-कहां कारोबार कर रहे हैं। किन-किन सफेदपोश की छत्रछाया में पल रहे हैं । ठेका पट्टा कहां कहां चल रहा है। लोक निर्माण विभाग आईएस डूडा या फिर नगर पंचायतों में ब्लॉकों में तहसीलों पर या फिर दूसरे कार्यदायी संस्थाओं में कैसे उनका वर्चस्व चल रहा है। इस सिंडिकेट को खंगालने की पूरी कवायद की जा रही है। पुलिस के मुताबिक मछली कारोबार से जुड़े लोगों पर ही शिकंजा कसा गया है । उन्हें जेल की सलाखों के पीछे भेजा गया है ,जबकि स्लॉटरिंग के मामले में भी 1 दर्जन से अधिक लोगों को जेल भेजा जा चुका है ।
सरकार की मंशा के अनुरूप पुलिस तकरीबन 50 से अधिक गंभीर व्यक्तियों को चिन्हित करके सूची बना लिया है इन्हें मुख्तार के खास लोगों के रूप में चयनित किया गया है । 50 लोगों की विभिन्न बिंदुओं पर जांच की जा रही है। ठेकेदारों की हैसियत और चरित्र प्रमाण पत्र की पुनः सत्यापन कराए जा रहे हैं। मुख्तार अंसारी से जुड़े लोगों के घरों की डिजाइन से लेकर उनकी संपत्तियों तक का विवरण एकत्र किया जा रहा है। इतना ही नहीं बाहुबली मुख्तार अंसारी की छत्रछाया में कुछ राजनीतिज्ञ भी अपनी गोटियां बिछा रहे हैं। ऐसे लोगों को ही पुलिस महकमा चिन्हित कर रहा है ।
पुलिस अधीक्षक अनुराग आर्य ने बताया कि मऊ जिले में 50 से अधिक लोगों की एक सूची बनाई गई है। इसके तहत ऐसे गंभीर व्यक्ति शामिल हैं जिनका मुख्तार अंसारी गिरोह से संपर्क है परोक्ष या अपरोक्ष रूप से उनके लिए कार्य करते हैं ठेका पट्टा और विभिन्न सेक्टरों में प्रवेश करके मुख्तार अंसारी के आर्थिक साम्राज्य को बढ़ावा दे रहे हैं। ऐसे लोगों को चिन्हित किया जा रहा है और उनके खिलाफ कठोर कार्रवाई शुरू कर दी गई है। ताकि मुख्तार अंसारी के गुर्गों पर लगाम कसी जा सके।
बाहरहाल योगी सरकार में पुलिस अधीक्षक की कारगुजारी क्या गुल खिलाएगी, यह तो आने वाला वक्त ही बताएगा लेकिन पिछले वक्त में जितने भी अनुराग आर्य ने फाइलों को खंगाला उनमें मुख्तार अंसारी गिरोह से जुड़े लोगों को जेल का रास्ता दिखाने में पुलिस को कामयाबी मिली है।
एचएन सिंह मऊ।
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