सी एस घोष, एफआईटी और एनईएफआईटी ने गरीबों की सहायता केसी एस घोष, एफआईटी और एनईएफआईटी ने गरीबों की सहायता के लिए 50 करोड़ रु. दिये लिए 50 करोड़ रु. दिये

सी   एस घोष, एफआईटी और एनईएफआईटी ने गरीबों की सहायता केसी   एस घोष, एफआईटी और एनईएफआईटी ने गरीबों की सहायता के लिए 50 करोड़ रु. दिये लिए
 50 करोड़ रु. दिये


कोलकाता, 6 July, 2020:वर्ष 2001 में,चंद्र शेखर घोष ने एक गैर-सरकारी संगठन (एनजीओ) के रूप में बंधन की शुरुआत की। इसका उद्देश्‍य माइक्रो क्रेडिट के जरिए अभावग्रस्‍त महिलाओं को आयोपार्जक गतिविधियां शुरू करने में सहायता प्रदान कर महिलाओं को सशक्‍त बनाना और गरीबी उन्‍मूलन है। समय के साथ,इस एनजीओ का परिचालन कई गुना बढ़ा। अभावग्रस्‍त समुदायों के लिए विकास कार्यक्रम चलाने के लिए,बंधन के अलावा दो ट्रस्‍ट्स - फाइनेंशियल इनक्‍लूजन ट्रस्‍ट (एफआईटी) और नॉर्थ ईस्‍ट फाइनेंशियल इनक्‍लूजन ट्रस्‍ट (एनईएफआईटी) बनाये गये। वर्ष 2015 में,जब बंधन बैंक बना, तोएफआईटी और एनईएफआईटी, बैंक के प्रवर्तक बने। 
देश विषम परिस्थितियों से गुजर रहा है और महामारी व इसके प्रभाव ने असंख्‍य लोगों पर असर डाला है। सी एस घोष ने अपनी व्‍यक्तिगत क्षमता के साथ और एफआईटी व एनईएफआईटी के सहयोग से अभावग्रस्‍त समुदायों की भोजन आवश्‍यकताएं पूरी करने हेतु आगे आये हैं। इस हेतु,तीनों द्वारा विभिन्‍न राज्‍य सरकारों को 25 करोड़ रु. की राशि दान में दी गयी है। अन्‍य 25,01,00,001 रु. की राशि,पीएम-केयर्स फंड में दान दी गयी है।1,000 रु. में एक परिवार के 15 दिनों की खाने-पीने की जरूरत पूरी होने के अनुमान के साथ,उम्‍मीद है कि दानस्‍वरूप दी गयी 50,01,00,000रु. की कुल राशि से देश के 5 लाख से अधिक परिवारों की भोजन आवश्‍यकताएं पूरी हो सकेंगी। 
फाइनेंशियल इनक्‍लूजन ट्रस्‍ट के विषय में 
16 मार्च,2009के ट्रस्‍ट डीड के अनुसार,अचल पब्लिक चैरिटेबल ट्रस्‍ट के रूप में एफआईटी बनाया गया,जिसका उद्देश्‍य वित्‍तीय सेवाओं की मांग व आपूर्ति के बीच के मौजूदा अंतर को दूर करते हुएमाइक्रोफाइनेंस संस्‍थाओं की क्षमता बढ़ाकर अभावग्रस्‍तों के लिए किफायती वित्‍तीय सेवाओं की उपलब्‍ध सुनिश्चित करते हुए,और पूरे भारत में जमीनी स्‍तर माइक्रोफाइनेंस सेवाओं को बढ़ाने हेतु माइक्रोफाइनेंस संस्‍थाओं को प्रोत्‍साहन देकर शिक्षा को आर्थिक रूप से अनुकूल बनाकर एवं पढ़ाई-लिखाई के प्रति सामुदायिक वचनबद्धता को बढ़ावा देकर भारत में क्रियात्‍मक असाक्षरता को समाप्‍त करना है,ताकि अभावग्रस्‍त लोग अपने बच्‍चों की शिक्षा में पैसा खर्च करने के लिए प्रेरित हों। 
नॉर्थ ईस्‍ट फाइनेंशियल इनक्‍लूजन ट्रस्‍ट 
16 मार्च,2009के ट्रस्‍ट डीड के अनुसार,अचल पब्लिक चैरिटेबल ट्रस्‍ट के रूप में एनईएफआईटी बनाया गया,जिसका उद्देश्‍य व्‍यवस्थित दृष्टिकोण अपनाते हुए हमारे पर्यावरण की सुरक्षा हेतु कार्य करते हुए जैसे कि वृक्षारोपण आदि सहित,अभावग्रस्‍त परिवारों के लिए स्‍वास्‍थ्‍य सेवा खर्च कम करके,उनके लिए स्‍वास्‍थ्‍य सेवाओं को सहज उपलब्‍ध कराना है ताकि अभावग्रस्‍त लोग अपने बच्‍चों की शिक्षा में पैसा खर्च करने के लिए प्रेरित हों।

 

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