तलाब का पानी सड़ने से उठ रही बदबू ,
परेशान स्थानीय निवासी
गाजियाबाद (पी एम ए ) जनपद तालाब का पानी सडऩे से उठ रही बदबू से परेशान है निवाड़ी के लोग मोदीनगर। नगर पंचायत निवाड़ी के अधिकारियों के सामने एनजीटी के आदेश कोई मायने नहीं रखते है। एनजीटी द्वारा तालाब साफ कराने के आदेश भी हवा हवाई साबित हो रहे है। बस स्टैण्ड़ के पास स्थित तालाब के अंदर का पानी सड़ गया है। पानी से बदबू उठने के कारण लोगों का जीना दुश्वर हो गया है। तालाब के आसपास भी साफ सफाई नहीं कराई गई। बता दे कि स्वच्छ जल प्रबंधन को लेकर एक फरवरी 2015 को कस्बा निवाड़ी के लोगों ने दिल्ली स्थित एनजीटी में एक याचिका दायर की थी। एनजीटी द्वारा विशेषज्ञों की एक टीम नगर पंचायत निवाड़ी भेजी गई थी। विशेषज्ञों ने अपनी रिपोर्ट में नगर पंचायत निवाड़ी द्वारा स्वच्छता पर कोई ध्यान नहीं दिए जाने पर टिप्पणी की थी। इतना ही नहीं एनजीटी ने इस मामले को लेकर नगर पंचायत निवाड़ी के साथ साथ प्रदेश सरकार पर भी भारी जुर्माना लगाया था। जुर्माना को लेकर प्रदेश सरकार एनजीटी के आदेश के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट चली गई थी। इतना ही नहीं एनजीटी ने कस्बा निवाड़ी के तालाबों के अंदर साफ जल उपलब्ध कराने का भी आदेश दिया था। एनजीटी के आदेश के बाद बस स्टैण्ड़ स्थित तालाब में सफाई अभियान चलाया गया था ,लेकिन नतीजा कुछ नहीं निकला। बताया जा रहा है कि शासन द्वारा तालाब के जीर्णोद्वार के लिए टेंडऱ छोड़ गया है,लेकिन अभी तक निर्माण कार्य शुरु नहीं हुआ है।
पानी सडऩे से फैल रही बदबू से परेशान है लोग:
नगर पंचायत निवाड़ी में ग्यारह से अधिक तालाब है। लेकिन बस स्टैण्ड़ स्थित तालाब का रकबा लगभग पांच एकड के आसपास है। बताया जा रहा है कि दो माह पहले तालाब की सफाई के लिए विशेष अभियान चलाया गया था। लोगों का आरोप है कि तालाब से निकाली गई जलकुंभी निकालकर किनारे पर भी फेंक दी गई। तालाब की समुचित सफाई नहीं होने के कारण उसके अंदर का पानी सड़ गया है। पानी सडऩे से बदबू उठ रही है। लोगों द्वारा बदबू उठने की शिकायत नगर पंचायत में कई बार की जा चुकी है ,लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई है। बदबू के कारण तालाब के आसपास रहने वाले एक हजार से अधिक लोग परेशान है। इतना ही नहीं तालाब चारों और किनारे पर लम्बे लम्बे झूंड खडे हुए है।
आदर्श तालाब बनाने की है योजना:
एनजीटी ने नगर पंचायत निवाड़ी व प्रदेश सरकार को बस स्टैण्ड़ स्थित तालाब को आदर्श तालाब बनाने का आदेश दिया था। बताया जा रहा है कि जो टेंडऱ छोड़ा गया है ,निरी को दिया गया है। लेकिन अभी तक तालाब में कोई भी निर्माण कार्य नहीं छोड़ा गया है। एनजीटी के आदेश में तो तालाब के अंदर जाने वाले पानी को पहले वाटर ट्रीटमेंट प्लॉट के माध्यम से शुद्व करने का आदेश दिया गया था। लेकिन धडल्ले से तालाब में गंदा पानी डाला जा रहा है। निकासी का प्रबंध न होने के कारण पानी सड़ गया है।
अधिकारी कथन:
तालाब की सफाई का काम लगातार कराया जा रहा है। तालाब के अंदर की सारी जलकुंभी निकाल दी गई है। बारिश होने के चलते कुछ दिन के लिए काम रोक दिया गया था। जल्द ही मजदूर लगाकर तालाब की सफाई का काम शुरु कर दिया जाएगा।
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