बीस दिवसीय नवजात बालिका सकुशल बरामद कर परिजनों को सुपुर्द किया गया

बीस दिवसीय नवजात बालिका सकुशल

 बरामद कर परिजनों को सुपुर्द किया गया



   प्रयागराज(राम आसरे), 24 नवंबर को रात 8:30 बजे रेलवे स्टेशन गेट नंबर 3 के पास से अंकित नाम के व्यक्ति द्वारा गोलू व नेहा नामक दंपत्ति की 20 दिवसीय अबोध पुत्री जो डफरिन अस्पताल में ऑपरेशन के द्वारा पैदा हुई थी, के अपहरण होने की सूचना पर थाना शाहगंज में मुकदमा उपरोक्त पंजीकृत करते हुए पुलिस उपमहानिरीक्षक/ वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक द्वारा प्रकरण की गंभीरता के दृष्टिगत पुलिस अधीक्षक नगर के नेतृत्व में क्षेत्राधिकारी नगर प्रथम, थाना प्रभारी शाहगंज एवं क्राइम ब्रांच प्रभारी की टीम गठित करते हुए अपहृता की सकुशल बरामदगी एवं अभियुक्तगण की गिरफ्तारी के निर्देश दिए गए, जिसके क्रम में टीम द्वारा मुखबिरी सूचना एवं सर्विलांस के सहयोग से अपहृता अबोध नवजात बालिका कुमकुम उम्र 20 दिवस की सकुशल बरामदगी करते हुए घटना में शामिल उपरोक्त अभियुक्तगण को रेलवे स्टेशन एवं करैलाबाग घर से गिरफ्तार किया गया। पूछताछ में यह तथ्य प्रकाश में आया कि सरिता कनौजिया को कोई बच्चा नहीं था, इसलिए उसके भाई कमल कनौजिया एवं माँ मीरा सभी ने मिलकर उसके पति मोनू कनौजिया को यह कहां की सरिता गर्भवती हो गई है और 24 नवंबर को उसे पुत्री पैदा हुई है। पूर्व योजना के तहत इन सभी ने अन्नू नामक आशा के सहयोग से अंकित, आफरीन एवं पूजा से संपर्क किया। अंकित ने 20 दिवस पूर्व डफरिन अस्पताल में पैदा हुई अबोध बालिका की मां एवं पिता के आसपास संबंध बनाकर आने-जाने लगे एवं 24 नवंबर को रेलवे स्टेशन गेट नंबर 3 के पास बच्चे को खेलाने के बहाने अपहृत कर लिए और रुपया 40000 देकर कनौजिया परिवार को वह बच्ची दे दी गई। यह भी जानकारी मिली कि अंकित, आफरीन, पूजा यह सभी लोग रेलवे स्टेशन एवं हॉस्पिटल के आसपास टहलते रहते हैं और बच्चा चोरी करके बेचने एवं अन्य प्रकार का अपराध कारित करते हैं। इनसे विस्तृत पूछताछ जारी है। अपहृता कुमकुम को उसके माता-पिता की सुपुर्दगी मे दे दिया गया है। घटना का सफल अनावरण करते हुए अपहृता की बरामदगी एवं अभियुक्तगण की गिरफ्तारी के फलस्वरूप पुलिस टीम को नगद धनराशि एवं प्रशस्ति पत्र से पुरस्कृत किया जा रहा है।

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