देशवासियो/झारखंडी जनता से अपील!

देशवासियो/झारखंडी 

जनता से अपील!





सभी भाईयों/बहनों/मित्रों,

नमस्कार/जोहार !

आज हमारा भारतवर्ष/झारखंड राज्य कोरोना वायरस के महामारी से भारी जीवन/आर्थिक संकट से गुजर रहा है, अधिकांश परिवार को जान माल की भारी नुकसान हो रहा है कई परिवारों के दो चार सदस्यों की कोरोना वायरस के कारण मृत्यु हुई। केंद्र एवं झारखंड सरकार द्वारा पिछले वर्ष से लाॅकडाउन/अनलाॅक लगातार करने से संपूर्ण देशवासियों/झारखंडी जनता का आर्थिक स्थिति सभी कारोबार,काम धंधे, औद्योगिक उत्पादन चौपट हो गया है खेतों में सभी कृषि उत्पाद खरीददार नहीं मिलने से सड़ने लगा है किसानों, व्यापारियों, मजदूरों, दुकानदारों, उद्योगो,तमाम व्यवसायिक माॅल,संस्थानों प्राइवेट कर्मचारियों, कामगारों, कंपनियों के सभी पदाधिकारियों, कर्मचारियों , मीडिया के संपादको,पत्रकारों, प्राइवेट शिक्षकों, कर्मचारियों इत्यादि तमाम आम नागरिकों की आर्थिक स्थिति डांवाडोल,खराब है,खुद देश एवं राज्य की अर्थव्यवस्था खराब होती जा रही है केंद्र राज्य सरकार विभिन्न टैक्स,जुर्माने की रकम,बिजली बिल, बैंक ब्याज,सेवा शुल्क तथा अस्पताल, पेट्रोल पम्प, घरेलू गैस आपूर्तिकर्ता,दवा,राशन दुकानदार नियमित कमाई से मस्त मस्त है बढ़ते बेरोजगारी, मंहगाई, भ्रष्टाचार से पहले से परेशान सरकार के लाॅकडाउन से आम जनता के सामने रोजी रोजगार,जीविका का संकट खड़ा हो गया है कोरोनावायरस की बिमारी के इलाज के लिए सरकारी अस्पतालों में जाने पर बेड,दवा,इलाज की व्यवस्था खराब होने पर प्राइवेट अस्पतालों में इलाज कराने हेतु लाखों का बिल कहाॅं से भरें? मौत का तांडव हो रहा है इलाज के लिए लाइन,बेड के लिए लाइन,श्मशानघाट, कब्रिस्तान में लाइन लगना पड़ रहा है,समाज, सरकार,मीडिया, डाक्टर,नर्स,प्रशासन आज संवेदनहीन बन गया है जो जहाॅं है अवसरों का लाभ उठाने,अधिक कमाई के लिए लूट में लग गया है। सरकारी व्यवस्था जर्जर और लूट, भ्रष्टाचार का चारागाह बन गया है दुसरी तरफ प्राइवेट अस्पतालों में अनैतिक कमाई का अड्डा बन गया है सरकारी विभागों,कार्यालयो पुलिस थानो, अदालतो में जाइए वहाॅं बिना रिश्वत दिए न्याय,अधिकार नहीं मिलता है और न कोई काम होता है, सरकारी सुविधाएं देने के बजाय वाहनों के कागजात की कमी या लाइसेंस नहीं रहने पर जुर्माना वसुलने,बकाया बिजली बिल पर प्रति माह 2% ब्याज,सालाना 24% ब्याज वसुलने, टैक्स बढ़ाकर, पेट्रोल,डीजल,गैस सिलेंडर का मूल्य वृद्धि इत्यादि महा लूट वसुली और सुविधा नहीं मिलने से आम जनता परेशान हैं।

कोरोना महामारी ने सरकारी/प्राइवेट अस्पतालों के जर्जर व्यवस्था, भ्रष्टाचार,सुविधाओ के नाम पर लूट की पोल खोल दिया है, सरकारी स्कूल हो,काॅलेज हो, पुलिस थाना हो,अदालतें हो,सभी सरकारी विभागों,कार्यालयो की भ्रष्ट गैर जबावदेह कर्तव्य - हिंनता कार्यप्रणाली जो राजनैतिक, प्रशासनिक भ्रष्टाचार और जटिल कागजाती लाइसेंस व्यवस्था की देन है। केंद्र या राज्य सरकारों के मुखिया प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री ईमानदार होते तो उनकी राजनीतिक दल कभी अपराधियों,दलालों,माफियाओं, ठेकेदारों,चरित्रहिनो,दलबदलुओं, भ्रष्ट नौकरशाह, पूंजीपतियों भ्रष्ट लोगों को प्रत्याशी, विधायक,सांसद,मंत्री, मुख्यमंत्री, प्रधानमंत्री नहीं बनाते। ऐसे भ्रष्ट लोगों को आम जनता, मतदाता प्रलोभन में आकर धर्म जाति क्षेत्र भाषा स्थानीय बाहरी के नाम पर वोट देकर चुनाव जीताते है आम जनता एक रूपया राजनीतिक दलों को चंदा नहीं देते हैं फिर करोड़ो,अरबो रूपया पार्टी फंड में कैसे जमा होते हैं चुनावों में राजनीतिक दलों और उनके लोकसभा,राजसभा, विधानसभा प्रत्याशियों द्वारा लाखों,करोड़ों रूपए का कैसे खर्च किया जाता है? इस विषय में आम जनता को आत्मचिंतन करना होगा।

केंद्र राज्य सरकारें अपने वित्तीय व्यवस्था,खर्च के लिए टैक्स पर टैक्स बढ़ा देती है जुर्माने का फंडा दिन प्रति दिन फार्मुला कानून बनाकर यह भी धंधा शुरू कर दिया है सुविधाएं देने के नाम पर संसाधन की कमी रोना शुरू कर देती है। केंद्र राज्य सरकारे बेरोजगार युवाओं, महिलाओं मजदूरों को सरकारी नौकरी देने में नाकाम साबित है और किसानों को कृषि खाद बीज,जल सिंचाई सुविधा और कृषि उत्पादों के बिक्री की व्यवस्था देने में नाकाम है,करोड़ों,अरबों रूपए किस मंद में कैसे खर्चा किया गया है? इसपर सरकारें संबंधित विभाग,कार्यालय सूचना नहीं देती है धरातल पर विकास दिखाई नहीं देता है तमाम निर्माण कार्यो में घटिया सामग्री और साधन का इस्तेमाल किया जाता है।
सरकारी भ्रष्टाचार में लिप्त राजनीतिक नेताओं, सरकारी पदाधिकारियों, अभियंताओ पर पुलिस,सीआईडी, भ्रष्टाचार निरोधक व्यूरो, सीबीआई आयकर विभाग, वाणिज्य कर विभाग निष्पक्ष जांच,समय पर न्यायालय में आरोपपत्र दाखिल करने और न्यायालय द्वारा शीघ्रता से सुनवाई,फैसले नहीं करने से भ्रष्टाचारियो, अपराधियों माफियाओं को राहत मिल जाता है। सरकारी स्कूलों,काॅलेजों में पढ़ाई लिखाई चौपट होने से करोड़ों बच्चों का भविष्य अंधेर मय है कोरोना महामारी के लाॅकडाउन से सभी सरकारी,गैर सरकारी स्कूलों,काॅलेजों में पढ़ाई ठप्प बंद होने से करोड़ों बच्चों का भविष्य बर्वाद हो रहा है किसी को चिंता नही है। प्राइवेट स्कूलों,काॅलेजों की पढ़ाई लिखाई अच्छी है तो हेमंत सरकार उसे भी सरकारी नियंत्रण में लाकर चौपट करने पर आमादा है। केंद्र राज्य सरकारें हर मोर्चे पर विफल है।आइए राजनीतिक- प्रशासनिक-सामाजिक भ्रष्टाचार को खत्म करने के खामोश क्रांति अभियान में जुड़े,सहयोग करें। 
         यह अपील रामप्रकाश तिवारी,
                 प्रदेश अध्यक्ष
           स्वतंत्र राष्ट्रवादी पार्टी
             झारखंड प्रदेश,राॅंची ने जारी किया है अपील कर्ता  के 
मोबाइल नंबर 9431173569,7463873569

जारी अपील दिनांक-10.05.2021

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