झारखंड में 15 नवंबर का दिन वीर आदिवासी स्वतंत्रता सेनानियों की स्मृति को समर्पित है:निरंजन कालिंदी

झारखंड में 15 नवंबर का दिन वीर आदिवासी

 स्वतंत्रता सेनानियों की स्मृति को समर्पित 

है:निरंजन कालिंदी






बिरसा सांस्कृतिक संरक्षण समिति के तत्वावधान में रिंग रोड पारगढ़ा होचर में धरती आबा भगवान बिरसा मुंडा की जयंती धूमधाम से मनाई गयी। मुख्य अतिथि झामुमो के जिला उपाध्यक्ष एवं वरीय नेता निरंजन कालिंदी, नरेश पहान, कमेटी के अध्यक्ष पंचम लोहरा सहित समिति के सभी पदाधिकारियों ने भगवान बिरसा मुंडा की प्रतिमा पर माल्यापर्ण कर विधिवत पाहन द्वारा पूजा अर्चना कर मेले का उदघाटन किया गया। मेला को संबोधित करते हुए निरंजन कालिंदी ने कहा कि झारखंड में 15 नवंबर का दिन वीर आदिवासी स्वतंत्रता सेनानियों की स्मृति को समर्पित है, ताकि आने वाली पीढि़यां देश के प्रति उनके बलिदानों के बारे में जान सकें। इतिहास में बिरसा मुंडा एक ऐसे नायक थे, जिन्होंने जनजातीय समुदायों के क्रांतिकारी आंदोलनों और संघर्षों व उनके बलिदान की वजह से समूचे देश में जाना जाता है। झारखंड के अलावा बिहार, उड़ीसा, छत्तीसगढ़, पश्चिम बंगाल व असम के आदिवासी इलाकों में भगवान बिरसा मुंडा को भगवान की तरह पूजा जाता है। इसके अलावा छेदी मुंडा, गंगा मुंडा, मटरु लोहरा, रवि लोहरा ने संबोधित किया। इस अवसर पर क्षेत्र के दर्जनों खोड़हा मंडली पारंपरिक परिधान में मांदर व ढोल की थाप पर सामुहिक नृत्य करते मेला स्थल पहुंचे और भगवान बिरसा मुंडा की प्रतिमा स्थल पर सामुहिक नृत्य किया। इस आयोजन को सफल बनाने में बालक मुंडा, फुलचंद मुंडा, कंचन लोहरा,देवठान मुंडा,राधामोहन मुंडा,नपिल मुंडा,अघनु मुंडा, गोविन्द मुंडा आदि ने सक्रिय भुमिका निभाया।

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