भाजपा और मोदी ने छठ जैसे महान पर्व के साथ भी खिलवाड़ कर दिया

भाजपा और मोदी ने छठ जैसे महान पर्व 

के साथ भी खिलवाड़ कर दिया




दिल्ली में 7 नवंबर को भाजपा के राष्ट्रीय कार्यसमिति की बैठक में शामिल होने वाले नेताओं के स्वागत के लिए देशभर के कई राज्यों के संस्कृति कर्मी कलाकार आदि को बुलाया गया था, बैठक स्थल के बाहर प्रदर्शनी के रूप में कई चीजों को नरेंद्र मोदी के उपलब्धि के रूप में दिखाया गया था लेकिन जब मैं समाचार चैनलों पर मोदी के आगमन के समय उनके स्वागत में कलाकारों द्वारा प्रस्तुत देश के विभिन्न तरह के संस्कृतियों के कलाकार पारंपरिक वेशभूषा और वाद्य यंत्रों के साथ स्वागत कर रहे थे तब समाचार चैनलों के संवाददाताओं ने इनकी परिचय दे रहे थे जब मैंने देखा कि जो देश के हिंदुओं के महान पर्व और पवित्र पर्व छठ पूजा जैसे त्यौहार के वर्तियों को भी हाथ में कलसुप में फल और अर्घ्य अर्पित करने की मुद्रा में महिलाएं नरेंद्र मोदी के स्वागत में खड़ी थी और नरेंद्र मोदी वहां जाकर स्वागत स्वीकार किया, भाजपा से संबंधित महिलाओं ने अर्घ्य अर्पित करने की मुद्रा में खड़े होकर कहा कि मेरा छठ व्रत हो गया देश और दुनिया के इतने बड़े नेता नरेंद्र मोदी हमारे सामने आ गए इसलिए मेरा आज ही छठ व्रत पूरा हो गया और कलसुप मे सजाए हुए फल बिल्कुल नरेंद्र मोदी को भगवान भास्कर मानकर अर्पण की मुद्रा में महिलाएं खड़ी थी ।जबकि छठ पर्व आने मे अभी 4 दिन बाकी है।

छठ जैसे पवित्र और महान त्योहार से छठ व्रत करने वाले और नहीं करने वाले भी भगवान भास्कर के प्रति यानी भगवान सूर्य के प्रति नतमस्तक रहते हैं और किसी भी प्रकार की सहायता के लिए अपने आप को तैयार रखते हैं । पूजा में कोई त्रुटि नहीं रह जाए इसलिए छठ माता से क्षमा याचना भी करते रहते हैं लेकिन इस महान छठ पर्व को भी भारतीय जनता पार्टी और नरेंद्र मोदी ने नौटंकी बना दिया। कलाकारों का काम नौटंकी करना है देश के विभिन्न हिस्सों से आए कलाकारों ने अपना कला का प्रदर्शन किया लेकिन छठ माता का पर्व को नौटंकी के रूप में और एक कला के रूप में प्रदर्शित करने का यह देश का पहला मामला लगता है और इस पर भारतीय जनता पार्टी आर एस एस और नरेंद्र मोदी जैसे नौटंकी बाजों को कोई अफसोस भी नहीं है ।

स्तुति गान के लिए छठ परब का ऐसा मजाक उड़ाया जाएगा यह बिल्कुल है समझ से परे है और राजा महाराजा के युग से लेकर देश के आजादी से लेकर आज तक मैंने कभी ऐसा दृश्य नहीं देखा और नहीं कहीं पढ़ा कि किसी नेता के स्वागत में छठ वर्ती रूपी महिला गुणगान कर रही हो यह तो बिल्कुल देश के लिए अशुभ संकेत है और इस पर भाजपा आर एस एस और नरेंद्र मोदी को अविलंब माफी मांगना चाहिए देश के लोगों से ।

*मनोहर कुमार यादव * नोट: उपरोक्त लेख लेखक के अपने विचार हैं।

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