एनटीपीसी परियोजना क्षेत्र में हुए झड़प को लेकर स्थानीय थाना में मामला हुआ दर्ज

एनटीपीसी परियोजना क्षेत्र में 

हुए झड़प को लेकर स्थानीय

 थाना में मामला हुआ दर्ज





उपद्रवियों को चिन्हित कर हो रही है कार्रवाई की तैयारी चतरा (शशि पाठक)- सोमवार को एनटीपीसी टंडवा ईकाई के परियोजना क्षेत्र में आंदोलनकारियों के बीच हुए भीषण झड़प को लेकर प्राथमिकी दर्ज कराई गई है। जानकारी देते हुए पुलिस निरीक्षक सह थाना प्रभारी विजय कुमार सिंह ने कहा कि प्रतिनियुक्त दंडाधिकारी सह बीडीओ रंथु महतो के बयान पर स्थानीय थाना में कांड संख्या 57/22 दर्ज कर 90 नामजद सहित 600 से 700 लोगों को आरोपी बनाया गया है। वहीं 6 लोगों को हिरासत में लेकर कड़ी पूछताछ की जा रही है। वहीं पूछे जाने पर चिकित्सा प्रभारी डॉ कृष्ण कुमार ने कहा कि कुल 32 लोग घायल हुए हैं जिनमें 5 पुलिस कर्मियों को बेहतर इलाज के लिए रेफर किया गया है। वहीं अन्यों का इलाज एनटीपीसी के चिकित्सालय में किया जा रहा है।
आंदोलन आक्रामक होने का क्या था मामला एनटीपीसी प्रबंधन से तीन सूत्री मांगों को लेकर विगत 11 फरवरी 21 से विस्थापित विकास संघर्ष समिति की अगुवाई में रैयतों का धरना-प्रदर्शन जारी था।इस दरम्यान आंदोलनकारियों द्वारा 22 फरवरी को पारंपरिक हरवे-हथियारों के साथ जुलूस निकालते हुए 23 फरवरी से एनटीपीसी परियोजना का निर्माण कार्य बाधित कर रखा था। उक्त आंदोलन के बीच सोमवार दोपहर को आंदोलनकारी किसी भी वाहन को अंदर जाने से रोक रहे थे जिसको लेकर सुरक्षाकर्मियों के साथ रैयतों का जोरदार भिड़ंत हो गया जिसमें दोनों ओर से भारी पथराव की गई।इस बीच सीआइएसएफ के सुरक्षा बलों ने हवाई फायरिंग तथा आंसू गैस के गोले दागे। देखते हीं देखते लगभग चार तीन सौ मीटर का दायरा रणक्षेत्र में तब्दील हो गया। आंदोलनकारियों के टेंट सुरक्षाकर्मियों द्वारा जेसीबी से उखाड़े जाने के कारण लोग और भी आक्रोशित हो गए तथा टंडवा में साप्ताहिक बाजार में जमा आसपास के लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी।

कुछ उपद्रवियों ने सिम्प्लेक्स कंपनी को बनाया निशाना,मचाया भारी उत्पात करोड़ों रुपए क्षति का अनुमान

सिम्प्लेक्स कंपनी के साइट इंचार्ज अमित डे की मानें तो झड़प से मची अफरातफरी के बीच 10 से 15 की संख्या में आए उपद्रवियों ने कंपनी के स्टोर रुम में आज लगा दिए। वहीं 30 से अधिक की संख्या में मालवाहक ट्रक,हायवा,क्रेन,चार पहिया व दोपहिया वाहनों में भी आग लगा दिया गया। वहीं इस दौरान स्टोर रुम में रखे करोड़ों रुपए का उपकरण भी जलकर खाक हो गया। आपको बताते चलें कि उक्त कंपनी सिम्प्लेक्स एनटीपीसी के लैगून 2 का निर्माण कार्य कर रही है।

हालातों पर उच्चाधिकारियों की है नजर। माहौल तनावपूर्ण पर है नियंत्रित

घटना की सूचना मिलते हीं उच्चाधिकारियों ने मोर्चा संभाल लिया।देर शाम उपायुक्त अंजली यादव, एसपी राकेश रंजन तथा डीआइजी नरेंद्र सिंह डीएसपी शंभू सिंह, पुलिस निरीक्षक सह थाना प्रभारी विजय कुमार सिंह मौके पर पहुंच कर हालातों का जायजा लिया। सूत्रों की मानें तो पुलिस कर्मियों को हिदायत देते हुए संलिप्त उपद्रवियों को चिन्हित कर कठोर कार्रवाई करने का निर्देश दिए गए हैं। जिसपर दर्जनों लोगों को पुलिस ने हिरासत में लेकर कड़ी पूछताछ कर रही है। साथ हीं, विरोधियों के किसी भी मंशा को नाकामयाब करने के लिए भारी बलों की तैनाती की गई है।

मुखिया संघ के जिलाध्यक्ष सह भाजपा नेता अक्षयवट पांडेय ने कहा प्रशासनिक विफलता है यह घटना

घटना पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए अक्षयवट पांडेय ने इसे प्रशासनिक विफलता कहा। उन्होंने कहा कि धारा 144 लगे होने के बावजूद जहां 4-5 लोगों का जमा होने की मनाही थी वहां 23 फरवरी से हीं लोगों की भीड़ जमा होती रही। ऐसे में उच्चस्तरीय जांच होने से कइ मामलों पर से पर्दा हट सकता है।

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