राजनीति : चर्चा में है विशु विशाल "कौन है वो" ?

राजनीति : चर्चा में है विशु विशाल "कौन है वो" ?







रांची: विशु विशाल यादव एक युवा जोश ,युवा नेता है युवा राष्ट्रीय जनता दल के राष्ट्रीय महासचिव हैं , आपको बता दे कि वहीं विशु विशाल है जो लगातार पत्रकारिता की क्षेत्र में अपने दम पर नई ऊर्जा लाया था ।

अब राजनीति में भी चर्चा जोड़ो पर है विशु विशाल यादव अपने तीखे ब्यान से अपने ही गठबंधन की सरकार के एक मंत्री को चुनोती तक दे डाला था ।

विशु विशाल एक राजनीति परिवार से तालुक रखते है इनके पिता भी झारखंड के वरिष्ट नेता है नाम है राजेश यादव जो राष्ट्रीय जनता दल के झारखंड प्रदेश के वरीय उपाध्यक्ष है कहते लालू यादव के बेहद करीबी माने जाते है राजेश यादव ।

बता दे कि विशु विशाल भी अपने पिता के नक्से कदम पर चलते हुए हर ग़रीब पीड़ित परिवारों के लिए हर पल सहायता की लिए तैयार रहते है , बता दे कि पत्रकारिता करते हुए हजारों परिवारों का अब तक इलाज से लेकर हर प्रकार का सहयोग किया है । पत्रकारिता करते हुए बहुत से लोगों को न्याय दिलाने तक का काम किया ।

विशु विशाल यादव से खास बात चीत हुई आप भी पढ़ें ।

सवाल : पत्रकारिता छोड़ राजनीति क्यों चुना वो भी राजद पार्टी ?

जवाब:सबसे पहले ये बताते है की जब हमने राजनीति में आने का फैसला किए तो सब ने पागल या सनकी ही कहा हमे । सवाल है कि मेडिकल, इंजीनियरिंग, मैनेजमेंट, टीचिंग, मार्केटिंग आदि क्षेत्रों में करियर बनाया जा सकता है तो राजनीति में क्यों नहीं? यह सच है कि राजनीति में कुछ भी निश्चिंत नहीं होता, लेकिन यह भी पूरी तरह पूरी तरह सही है कि अगर इरादे सच्चे हों तो बाकी ज्यादातर क्षेत्रों में सिर्फ आप अपने लिए काम करते हैं जबकि राजनीति में करियर बनाकर आप देश की बेहतरी में योगदान दे सकते हैं और देशवासियों की सेवा कर सकते हैं। और हमने राजद को क्यों चुना इस लिए की राष्ट्रीय जनता दल गरीबो का पार्टी है हर तबके के पार्टी सामाजिक न्याय की पार्टी है ए टू जेड की पार्टी है । हर कोई को समान मिलता है इस पार्टी में कोई भी वर्ग से हो उसे सम्मान मिलता है और मुझे इस पार्टी ने बहुत ही सम्मान देने का काम किया है मैं तो केंद्रीय नेर्तत्व को बहुत बहुत धन्यवाद देता हूँ ।

सवाल : राष्ट्रीय जनता दल की सरकार जब थी उसे जंगल राज कहा जाता था फिर भी आप कैसे कह सकते है राजद अच्छी पार्टी है ?

जवाब: इतिहास के बासी पन्नों का ज़िक्र कर रहे हैं आप. हमें तो भविष्य की चिंता है. वे क्या कहते हैं, इससे कोई फ़र्क़ नहीं पड़ता है. हक़ीक़त क्या है, इस पर बात हो सकती है. सरकारी एजेंसियों के आँकड़ों की बात कर सकते हैं. आप एनसीआरबी के हमारे दौर के 15 साल के आँकड़ों को देख लीजिए, फिर इनके 15 साल के आँकड़ों को देखिए. इस पर बात कीजिए. वैसे उस समय में तो हम थे नहीं लेकिन बिहार की सरकार में जो हो रहा है उसे देखिए , क्राइम का ग्राफ़ बढ़ा है. कम नहीं हुआ है और भी ज्यादा हो चुका है ।

सवाल : तेजस्वी यादव एक तरह से पार्टी का मेकओवर करने की कोशिश की है, ख़ुद को'ए टू जेड' पार्टी कह रहे हैं, यह क्या है?

जवाब : जी, कुछ लोगों की ग़लतफ़हमी थी की आरजेडी फ़लां जाति या धर्म की पार्टी थी लेकिन शुरू से आरजेडी ए टू जेड की पार्टी है. चाहे वो सवर्ण जाति हों या पिछड़े हों या दलित हों, महादलित हों, अल्पसंख्यक हों. विपक्ष की ओर से यह फैलाया गया था ताकि हम कमज़ोर हों. लेकिन हम समाज के हर तबक़े को बड़े भाई तेजस्वी यादव जी के नेर्तत्व में एकसाथ लेकर चलेंगे, इसलिए यह ए टू जेड पार्टी है.

सवाल: जनता जानना चाहती है कि क्या आप भी चुनाव लड़ेंगे ?

जवाब : जी ,बिल्कुल हर नेता का सपना होता है विधायक, सांसद बनने का और जनता की सेवा करें रांची की जनता भी चाहती है कि कोई युवा आएं और चुनाव लड़े क्योंकि 25 वर्षो से जनता त्रस्त हो चुकी है अब परिवर्तन चाहती है जनता और यहां पार्टी मेरे पर भोरोसा करती है और माननीय लालू जी और बड़े भाई तेजस्वी जी को मुझ पर विश्वास करते है तो रांची से चुनाव लडूंगा और जीत कर दिखाने का काम करेंगे ।

सवाल : आप एक युवा है और युवाओं को आपसे बहुत ही आशा है , उनलोगों के लिए क्या तैयारी है और क्या सोचते है आप ?

जवाब: हां जी आपने सवाल अच्छा किया , हम युवा है और युवा को उल्टा कीजिये गा तो वायु होता है , ऊर्जा से भरा रहता है सभी युवाओं को अच्छी शिक्षा , अच्छा रोजगार दिलवाना मेरी पहली प्राथमिकता है क्योंकि शिक्षा मिलेगा तो अपने हक़ की लड़ाई लड़ सकता है अपना खुद का आवाज बन सकता है , वो कहते हैं ना कि देश को आगे ले जाना है तो पहले युवा में जोश जगाना पड़ेगा नज़र भी बदलेगी और नज़रिया भी बदलेगा मगर पहले सोच में बदलाव लाना पड़ेगा इसी के साथ लगे हुए है आप सब का प्रेम और आशीर्वाद बना रहें । और युही अपने कार्य पद्धति पर आगे बढ़ता रहा हूं ।

आखरी सवाल आपसे : हर कोई जानना चाहता है कि आप पत्रकारिता क्यों छोड़ी ?

जवाब: हाहाहा.....देखिए पत्रकारिता बहुत ही अच्छी है देश का चौथा स्तंभ है मैं इसे सलाम करता हूँ आज जो भी हूँ इसी के वजह से हूँ । मैं पत्रकारिता करते हुए बहुत से ग़रीब, पीड़ित परिवारों के लोगों को न्याय दिलाने का काम किया आपको बता दे कि बहुत से चैंनल में काम करने का मौका मिला और हज़ारो परिवारों का सेवा करने का भी मौका मिला हमें, हम तो युवा पत्रकारों से बस यही अपील है सच्चाई के साथ न्यूज़ चलाये और लिखें क्योंकि बहुत लोगों को उमीद होती है आपलोगों से क्योंकि एक तरह से देखे तो आप भी देश सेवा में लगें हुए है ।

अब राजनीति में आया हूँ ,क्योंकि अब जो हालात है उसे चेंज करना है यानी कुछ अलग करने का इरादा से क्योंकि अब युवा को वायु बनना है ।

आखरी बात ये कहना है यहां के युवा और उनलोगों से जो कहते है राजनीति कीचड़ है तो उन कीचड़ को साफ भी करना हम युवायों का कर्तव्य है ।

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