बच्चों में कुपोषण खत्म करने के लिए चलेगा कुपोषण वाहन

 

 बच्चों में कुपोषण खत्म करने के लिए 

चलेगा कुपोषण वाहन




रांची जिला के ग्रामीण क्षेत्रों में बच्चों में कुपोषण को लेकर जल्द ही डोर टू डोर सर्वे शुरु किया जाएगा। इसे लेकर रांची जिला प्रशासन और संस्था बेटर वर्ल्ड फाउंडेशन के बीच एमओयू साइन किया गया है। जिला प्रशासन की ओर से जिला समाज कल्याण पदाधिकारी और संस्था की ओर से निदेशक ने एमओयू पर हस्ताक्षर किए।
दो प्रखंडों से परियोजना की शुरुआत
इस परियोजना की शुरुआत रांची जिला के खलारी और बुढ़मू प्रखंड से की जाएगी। प्रायोगिक आधार पर यह परियोजना इन 2 प्रखंडों में 1 वर्ष तक चलेगी। इन दोनों प्रखंडों के 24 पंचायतों में कुपोषण को खत्म करने के लिए पोषण वाहन चलाया जाएगा।
डोर टू डोर होगा सर्वे
खलारी और बुढमू प्रखंड में डोर टू डोर पोषण शिविरों के माध्यम से बच्चों में कुपोषण का सर्वेक्षण एवं आकलन किया जाएगा। प्रत्येक ग्राम पंचायत में 6 से 60 महीने के आयु वर्ग के सभी बच्चों के लिए घर-घर जाकर विस्तृत सर्वेक्षण और डब्ल्यूएचओ की मदद से कुपोषित बच्चों की पहचान के लिए एंथ्रोपोमेट्रिक स्क्रीनिंग आयोजित की जाएगी।
हर पंचायत में 15 दिनों तक शिविर
मोबाइल वैन के माध्यम से प्रत्येक पंचायत में कम से कम 15 दिनों के लिए ग्राम पंचायत स्तर पर पोषण शिविर आयोजित किया जायेगा। साथ ही कुपोषित बच्चों के लिए स्वस्थ और पौष्टिक आहार भी प्रदान किया जायेगा। इसके अलावा माता पिता के बीच व्यवहार और पोषण में आवश्यक परिवर्तनों की भी जानकारी दी जाएगी
इस परियोजना के तहत जिले में कुपोषण की स्थिति से संबंधित एक नॉलेज बैंक की स्थापना की जाएगी। फिलहाल 2 प्रखंडों के प्रत्येक पंचायत में पोषण शिविरों के बाद आकलन करते हुए आवश्यकतानुसार पोषाहार शिविरों का आयोजन भी किया जाएगा।

Post a Comment

0 Comments