अपनी पहचान, जरूरत और सम्मान के लिये अब कहाँ करें उलगुलान : डॉ. प्रणव कुमार बब्बू

अपनी पहचान, जरूरत और सम्मान 

के लिये अब कहाँ करें उलगुलान

 : डॉ. प्रणव कुमार बब्बू







रांची रिवोल्ट - जनमंच के सदस्यों ने धरती आबा के गाँव उलीहातू से भगवान बिरसा के सपनों का झारखण्ड बनाने का लिया संकल्प

खूंटी : समाजसेवी, अधिवक्ता, भाजपा नेता और रांची रिवोल्ट - जनमंच के संयोजक डॉ. प्रणव कुमार बब्बू ने कहा है कि स्वतंत्रता के 75 साल और झारखण्ड गठन के 22 साल बाद भी अमर स्वतंत्रता सेनानी धरती आबा के वंशजों एवं उनके गाँव के लोगों को अपनी मूलभूत जरूरतों के लिये संघर्ष करना पड़ रहा है. उन्होंने कहा कि इस गाँव के प्रति वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारियों का रवैया पूरी तरह असहयोगात्मक और नकारात्मक है और अब यह समझ में नहीं आता कि धरती आबा के गाँव के ग्रामीण अब अपनी जरूरतों, सम्मान व पहचान के लिये कब, कहाँ व किसके विरुद्ध उलगुलान करें?

आज दिनांक 12 नवंबर दिन शनिवार 2022 को खूंटी जिला के उलीहातू गाँव में रांची रिवोल्ट - जनमंच के द्वारा वहाँ के ग्रामीणों की वास्तविक स्थिति जानने एवं उनके बीच सामाजिक अध्ययन करने एक प्रतिनिधिमंडल पहुँचा. दल के सदस्यों ने ग्रामीणों से मिलकर उनकी जरूरत, आर्थिक स्थिति आदि का अध्ययन कर वस्तु स्थिति को जानने का प्रयास किया.

सबसे पहले भगवान बिरसा मुंडा की जन्मस्थली पर पहुँचकर उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उन्हें श्रद्धांजलि देने के साथ उनकी पूजा की गयी. अध्ययन के दौरान ग्रामीणों में भारी निराशा और प्रशासनिक व्यवस्था के प्रति व्यापक असंतोष देखने को मिला. उलीहातु में कुल मिलाकर स्वच्छ पेयजल, सड़क, बिजली आपूर्ति की लचर स्थिति के साथ ही प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना, उज्जवला योजना, प्रधानमंत्री आवास योजना तथा अन्य सरकारी लाभकारी योजनाओं का लाभ भी जरूरत मंद ग्रामीणों को बिल्कुल नहीं मिल पा रहा है. प्रखण्ड कार्यालय एवं जिला स्तर के कार्यालयों में भी ग्रामीणों की सुनवाई नहीं होती. उन्हें मुश्किलों का निरंतर सामना करना पड़ता है.

ग्रामीणों ने बताया कि, भगवान बिरसा मुण्डा के जन्मदिवस और उनकी पुण्यतिथि को छोड़कर अन्य दिनों में किसी भी सरकारी पदाधिकारी का गांव में कोई दौरा होना आश्चर्य की बात है. इसके अलावा, लोगों ने बताया कि सिर्फ भगवान बिरसा मुण्डा की जयंती, पुण्यतिथि पर बड़े-बड़े लोग आते हैं और घोषणाएं करके चले जाते हैं. सबसे हास्यास्पद बात यह भी है कि सभी लोग आते हैं और सम्मानित करने के नाम पर कम्बल, शॉल ओढ़ाकर चले जाते हैं और कुछ तो जाते समय उनसे अपना कम्बल, शॉल वापस मांगकर ले जाते हैं.

आज रांची रिवोल्ट - जनमंच ने संकल्प लिया कि उलीहातू से झारखण्ड के नवनिर्माण का उलगुलान शुरू किया जायेगा। जनमंच द्वारा राज्य सरकार से आग्रह किया गया कि खूंटी के इस सुदूर ग्रामीण क्षेत्र को आदर्श ग्राम बनाया जाए। डॉ. प्रणव कुमार बब्बू ने इस अवसर पर कहा इसे एक आदर्श ग्राम बनाने के लिए हर संभव प्रयास किया जायेगा. साथ ही पूरे झारखण्ड में जागरूकता अभियान चलाया जायेगा ताकि सरकारी योजनाएं ग्रामीण धरातल पर सही अर्थो में उतर सके. सुजाता भकत ने ग्रामीणों को सरकारी योजनाओं का लाभ मिल सके इसके लिए जागरूकता अभियान चलाया जाएगा। अभिषेक श्रीवास्तव ने बच्चों के लिए अच्छे स्कूल को खुलवाने के लिए विभागीय अधिकारियों से आग्रह करने और स्कूल खुलने तक अभियान चलाने की बात कहे।

इससे पूर्व रांची रिवोल्ट - जनमंच के सदस्यों के द्वारा भगवान बिरसा मुण्डा के वंशज, उनके पोता सुखराम मुण्डा और उनकी पत्नी को अंग वस्त्र ओढ़ाकर, कंबल और वस्त्र देकर सम्मानित किया गया और उपस्थित ग्रामीणों के बीच खाद्य सामग्री, चूड़ा गुड़, लड्डू, मिठाई और अन्य सामग्री भी बांटी गयी. साथ ही ग्रामीण बच्चों के बीच कॉपी, किताबें और पेंसिल बांटी गयी.

इस अवसर पर रांची रिवोल्ट जनमंच के संयोजक डॉ. प्रणव कुमार बब्बू, सुजाता भकत, मिनाक्षी टोपनो, विजय दत्त पिंटू, अभिषेक श्रीवास्तव, किरण मिश्रा, मुकेश कुमार सिन्हा, उपेंद्र कुमार बबलू, संतोष दीपक, रिक्की राज, विकास प्रजापति, अशोक कुमार आदि के साथ ही उपस्थित ग्रामीणों में शुगनू मुण्डा, शंकर मुण्डा, लक्ष्मी मुण्डा समेत सैकडों ग्रामीण मौजूद थे.

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