झारखंड संस्कार दीप के द्वारा पारंपरिक अखारा उन्नयन अभियान कार्यक्रम का आयोजन किया गया

 झारखंड संस्कार दीप के द्वारा पारंपरिक अखारा

 उन्नयन अभियान कार्यक्रम का आयोजन किया गया




    
                    

रांची: 8 अप्रैल को रातू गढ़ के सिमलिया अखरा में 'झारखंड संस्कार दीप' राँची के द्वारा पारंपरिक अखरा उन्नयन अभियान कार्यक्रम के दूसरे दिन में पद्मश्री मधुमंसूरी हंसमुख ने दीवंनगत नागपुरी लेखक व गायक स्वर्गीय भरत नायक के जयेष्ट पुत्र गणेश नायक को अंग वस्त्र दे कर सम्मानित किया तथा उनके लेख व जीवनी के बारे में चर्चा की। इस अवसर पर लोक गायिका सीमा देवी ने भरत नायक के गीतों से सिमलिया के अखरा में नागपुरी गीतों का शमाँ बांधा । नागपुरी लोक गीत की उत्कर्ष विरासत की चर्चा को बढ़ाते हुए कार्यक्रम में महाकवि घांसी राम, प्रफुल कुमार राय के नागपुरी साहित्य और संस्कृति में किए गए अमिट योगदान को बढ़ाने और नागपुरी शिष्टाचार को ठेठ रूप से बचाए रखने के लिए ग्रामीणों से आहवान किया तथा प्रण लिया कि पुरानी पारंपराओं को भविष्य के पीढ़ियों के लिए संरक्षित किया जाए। जिसमें झारखंड संस्कार दीप' राँची के कलाकारों, कार्यकर्तांओ तथा सिमलिया गाँव के लोगों की सहभागिता रही। जिसमें लक्ष्मीनारायण भगत, प्रेम शंकर साहू, विशेश्वर राम ओहदार, सोमनाथ महली, ताज मोहम्मद, शकील अंसारी, संध्या देवी, सुखमणि देवी, मीना देवी, सुलेखा देवी, तारा देवी, वीना देवी, रणजीत महतो, सोमरा कुजूर आदि लोग उपस्थित थे।

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