सहायक अध्यापक संजय
कुमार सरोज कोरोना काल
के गाल में समा गए
प्रयागराज(राम आसरे)। इस समय पूरे देश में कोविड-19 का प्रकोप दिन प्रति-दिन बढ़ता ही जा रहा है। इस पर कोई अंकुश नहीं लग पा रहा है। हर मोहल्ले गली में इसके मरीज दिन-प्रतिदिन बढ़ते ही जा रहे हैं। शायद ही कोई ऐसी गली मोहल्ला होगा जहां पर इसके मरीज न हो। आये दिन मरने वालों की संख्या भी बढ़ती ही जा रही है। इसी क्रम में सहायक अध्यापक संजय कुमार सरोज उम्र 35 वर्ष त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव 19 अप्रैल को करा कर घर वापस आए तो उनकी तबीयत कुछ खराब हो गई, जिससे घर वालों ने डॉक्टर से संपर्क किया तो कुछ आराम हो गया। अचानक 22 अप्रैल को उनकी तबीयत ज्यादा बिगड़ जाने से स्वरूप रानी हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया, जहां पर इनका इलाज निरंतर चल रहा था और लगभग ठीक ही हो रहे थे लेकिन सोमवार को सुबह अचानक 8:00 बजे तबीयत कुछ ज्यादा ही खराब हो गई और उनको बचाया नहीं जा सका तथा काल के गाल में समा गए। अपने पीछे भरा पूरा परिवार छोड़ गए। संजय कुमार मूलतः जनपद जौनपुर के त्रिलोक सराय के निवासी थे। भाइयों में सबसे बड़े होने के साथ-साथ घर के जिम्मेदार भी थे। छोटे भाई संतोष कुमार घर की देखभाल करते थे तथा तीसरे नंबर के भाई सत्येंद्र कुमार सरोज इनके ही विद्यालय के प्रधानाध्यापक थे तथा इन दोनों भाइयों की नियुक्ति एक ही विद्यालय में हुई थी। मृतक की पत्नी एवं 4 साल की बेटी तथा घर परिवार के सदस्यों का रो रो कर बुरा हाल हो रहा है।
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