अधिवक्ताओं पर अविलंब
ध्यान दे सरकार :
डॉ. प्रणव कुमार बब्बू
रांची : आज दिनाँक 21 मई 2021 अपराह्न 3 बजे अधिवक्ताओं की अत्यंत दयनीय स्थिति के मद्देनजर जनमंच-रांची रिवोल्ट की आपातकालीन ऑनलाइन बैठक हुई। बैठक में सर्वसम्मति से जन मंच के द्वारा सरकार से अविलंब अधिवक्ताओं के लिए आर्थिक स्थिति में सहायता के लिए आर्थिक पैकेज देने की मांग की गई। आज बैठक को सम्बोधित करते हुए अधिवक्ता नदीम अख़्तर ने कहा यह बेहद निराशाजनक रहा की पिछले डेढ़ साल से लगातार काम बंद रहने के वजह से झारखंड में निवास कर रहे चालीस हजार से ज्यादा अधिवक्ताओं के जीवन यापन पर जो संकट उत्पन्न हुआ उसकी सुध कोई नही ले रहा। अधिवक्ता संजय अम्बष्ठ ने कहा समाज का ये शिक्षित वर्ग जो न्यायपालिका का सबसे महत्वपूर्ण अंग है वो आज दो जून की रोटी के लिए कठिन संघर्ष कर रहा। अधिवक्ता सोनी पाण्डे ने कहा झारखंड में महिला अधिवक्ताओं की स्थिति और ज्यादा खराब है अधिवक्ताओं को न किसी से कोई सहायता मिलती है और ना ही प्रतिष्ठा को दांव पर लगा के ये कहीं किसी लाइन में मदद के लिए खड़े हो सकते हैं इसलिए सरकार के स्तर पर इनकी मदद होनी चाहिए ।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए अधिवक्ता डॉ. प्रणव कुमार बब्बू ने कहा सरकार अविलंब अधिवक्ताओं की समस्याओं पर ध्यान दे नही तो सभी अधिवक्ता आन्दोलन करने पर विवश हो जायेंगे । आगामी दिनों में अधिवक्ता सांकेतिक धरना देकर एक दिन के अनशन पर बैठेंगे । डॉ. बब्बू ने सरकार से मांग की को अधिवक्ताओं को चिकित्सा सेवा में तरजीह मिले और आर्थिक रूप से ज्यादा पिछड़े लोगों को एक न्यूनतम आर्थिक सहायता मिले जिस से किसी अधिवक्ता के सामने भुखमरी की स्थिति न हो। डॉ. बब्बू ने कहा सरकारी नियम निर्देशों के पालन के लिए जनमंच के माध्यम से लगातार जनसंपर्क किया जा रहा। कार्यक्रम के अंत में कोविड काल में मृत सभी अधिवक्ताओं के लिए सामूहिक रूप से 2 मिनट का मौन रखकर दिवंगत आत्माओं की शांति के प्रार्थना कर श्रद्धांजलि दी गई।
आज की बैठक में अधिवक्ता डॉ. प्रणव कुमार बब्बू, विजय दत्त पिंटू, नदीम अख़्तर, सूरज कुमार सिन्हा,संजय अम्बष्ठ, सोनी पाण्डे, कुंदन कुमारी, सुनील कुमार, संजय किशोर, अजीत कुमार, सुनील टोप्पो समेत 30 अधिवक्ताओं और अन्य लोगों ने अपने विचार रखे।
0 Comments