जनता अकाल की मौत मर रही है और मोदी सरकार टूल किट टूल किट खेल रही है :मनोहर कुमार यादव

जनता अकाल की मौत मर रही है और 

मोदी सरकार टूल किट टूल किट खेल 

रही है :मनोहर कुमार यादव




योगी सरकार के कुव्यवस्था , लापरवाही और हठधर्मिता के कारण लोग शवों को गंगा में बहाने और बालू रेत में छुपाने पर मजबूर हैं और भाजपा आर एस एस और नरेंद्र मोदी की सरकार 8 महीना बाद होने वाले यूपी विधानसभा चुनाव में विजय हासिल करने के लिए दिन-रात मशक्कत कर रही है ।
जब स्वयं सरकार माने की कोरोना की तीसरी लहर आसन्न है, जब गलत नीति के कारण टीका उपलब्ध ना हो और जब जनता सगे संबंधियों को मरते देखें तब सरकार की इमेज बढ़ाने के लिए प्रयास लोगों में और गुस्सा पैदा करते हैं।
यह बढ़ जाता है जब सरकार मूल काम से ज्यादा यह चिंता करें कि कौन सी विपक्षी पार्टी टूल किट के जरिए केंद्र सरकार की इमेज खराब कर रही है और कैसे सोशल मीडिया पर शिकंजा कसा जाए, सत्ता वर्ग मानता है कि नेतृत्व ने अद्भुत काम किया है जिससे महामारी पर काबू हुआ लेकिन ससाजिशन छवि खराब की गई ।प्रकारांतर से इसका यही मतलब हुआ कि लोगों का संकट असली नहीं क्रिएटिव है सत्ता पक्ष के रणनीतिकारों का इससे बड़ा मानसिक दिवालियापन नहीं हो सकता है ।
शुतुरमुर्ग भाव देश को तीसरी लहर से लड़ने के लिए कमजोर करेगा लिहाजा सही समय है प्राथमिकता पहचानने का सामान्य हालत में इमेज बढ़ाने के लिए मान्य मार्केटिंग रणनीति हो सकती है लेकिन जिन्होंने किसी अपने को खोया उनके दिल मे यह फांस रहेगी कि अगर सही उपचार और टीका मिला होता तो जीवन रसातल में ना जाता उधर यूपी के भावी चुनाव के मद्देनजर राज्य सरकार की इमेज बेहतर करने के रणनीति भी है आरएसएस नेताओं के साथ मोदी, अमित शाह और भाजपा नेताओ के ताजा बैठक, जिस राज्य में बहती लाशें देश की बेचारगी की कहानी बयां कर रही हो वहां यह सही था ?
न्यू यॉर्क टाइम्स के अध्ययन में में अनुमान है कि भारत में मृतकों की असली संख्या 15 गुना हो सकती है क्या यह मौका सही नीति बनाने के अलावा सत्ता वर्ग को इमेज बिल्डिंग प्रयोग करने की इजाजत दे सकता है ?
मनोहर कुमार यादवनोट:यह लेख लेखक का अपना आकलन और विचार है।

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