टीपीसी उग्रवादयों का भय पाँचो गाँव में बनाया था मास्टरमाइंड : उमेश

टीपीसी उग्रवादयों का भय पाँचो गाँव में 

बनाया था मास्टरमाइंड : उमेश

एक एनआइए के अभुयुक्त को सीसीएल कैसे रखी है 

उसी कोल परीयोजना मे

                                    














चतरा : दुसरी कड़ी में बताते चलें की उमेश यादव पिता यमुना प्रसाद यादव हीं आम्रपाली परियोजना में अवैध उगाही का मुख्य सरगना था, उमेश ने हीं बिंदु गंझू के साथ मिलकर ऊग्रवादयो से मिलकर पाँचो गाँव में भय का माहौल बनाकर अवैध उगाही सुरु करवाया था,जानकारी के लिए बता दूँ की आम्रपाली कोल परियोजना खोलने के लिए सीसीएल अधिकारी 2013 में रयतो से लगातार बैठक कर रहे थे, लेकिन सफलता नहीं मिल पा रही थी उसी बिच में बिंदु गंझू और उमेश यादव ऊग्रवादयों के संपर्क में आए इनलोगो ने पाँचो गाँव जो एकसूत्र में बंधे थे उसको खंडित कर होन्हे और बिंगलात के लोगों को भय दिखाकर, बीजीआर ओटसोर्सिंग कंपनी का कैम्प होन्हे के जंगलो में स्थापित करवाया, उसके बाद बीजीआर कंपनी के संचालक रघुराम रेड्डी को भी लगातार कई बार टीपीसी ऊग्रवादयों के साथ उमेश ने बैठक करवाया, वहीं से भय का खेल खेलना सुरु किया उमेश यादव ने और पाँचो गाँव को भयभीत कर दिया जो भी आवाज़ उठाता था उसको उमेश उग्रवादयों बोलकर डरा धमका के चुप करवाता रहा कई को जंगल में बुलवाकर उमेश ने टीपीसी उग्रवादयों से पिटवाया भी तब जाकर शांति सह संचलन समिती उग्रवादयों के इसरा पर गठित हुई फिर लोकल शेल 2014 में सुरु होने के बाद ऊग्रवादयों के लिए उमेश यादव और उसके साथी अवैध उगाही करने लगे थे,उमेश एक शातिर खिलाड़ी मना जाता था उमेश ने इसी बिच सीसीएल का नौकरी भी ले लिया लेकिन काम ऊग्रवादयों के लिए करता रहा और उगाही कर के पैसा उग्रवादयों को पहुँचाता रहा,एक एनआइए के अभीयुक्त को सीसीएल कैसे रखी है, स्थानिय कोलवरी मे अभी कौन सीसीएल अधिकारी दे रहा है उमेश यादव जैसे शातिर अपराधी को संरक्षण, और ए संजय महतो कौन है और उमेश से इसका क्या है रिस्ता

Post a Comment

0 Comments