डॉ०गनौरी राम राष्ट्रीय सेवा रत्न अवार्ड से हुए सम्मानित ।

डॉ०गनौरी राम राष्ट्रीय सेवा

 रत्न अवार्ड से हुए सम्मानित ।










रेडियो कृषि प्रसारण सेवा सह समाजिक कार्यों में उत्कृष्ट सेवा के लिए आकाशवाणी रांची से अवकाश प्राप्त कार्यक्रम अधिशासी डॉ.गनौरी राम को विश्व सेवा परिषद द्वारा राष्ट्रीय सेवा रत्न अवार्ड से सम्मानित किया गया।उन्हें राष्ट्रीय सेवा रत्न अवॉर्ड 30 सितंबर 2022 को दिल्ली के डिप्टी स्पीकर हॉल, कांस्टीट्यूशनल क्लब ऑफ इंडिया,रफीगंज मार्ग,नई दिल्ली में नेपाल के माननीय गृहमंत्री एवं संचार मंत्री भरत प्रसाद साह, द्वारा प्रदान किया गया।

इस समारोह मे कुल 52 अवार्डियों को सम्मानित किया गया था।

इस मौके पर मुख्यअतिथि के अलावा विश्व सेवा परिषद के अंतरराष्ट्रीय अध्यक्ष सह प्रबंध निदेशक डॉ बी० बी०राज, राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ.सुभाष साहू , एडवोकेट ऑन रिकॉर्ड सुप्रीम कोर्ट ऑफ इंडिया एवं विश्व सेवा परिषद के विधिक सलाहकार बोर्ड के अध्यक्ष मनीष शरण, विश्व सेवा रत्न अवार्ड से सम्मानित डॉ.यू०एस० वर्मा आदि मौजूद थे।

डॉ.गनौरी राम राष्ट्रीय सेवा रत्न अवॉर्ड पाने वाले झारखंड के पहले व्यक्ति हैं।इससे पूर्व भी इन्हें केंद्र तथा राज्य स्तरीय कई सम्मान प्राप्त हो चुका है ।

इन्होंने 1982 से 2008 तक रेडियो कृषि प्रसारण सेवा के दौरान विकास योजनाओं को गति देने तथा तकनीकी विकास के लिए गांव की ओर भाग 1,

मां- बच्चों की स्वास्थ्य सुरक्षा पर आधारित गांव की ओर भाग 2, मधुमक्खी पालन,मछली पालन, मशरूम उत्पादन,खाद और उर्वरक,जैविक खेती,औषधीय पौधों की व्यवसाय खेती,फूलों की खेती,गोपालन,सूकर पालन,मुर्गी पालन,मानसिक स्वास्थ्य पर आधारित (उजाले की ओर),भ्रूण हत्या निवारण पर आधारित (जरा सोचिए),ग्रामीण विकास यात्रा,आदि-आदि लगभग 25 विषयों पर धारावाहिकों का निर्माण,प्रसारण तथा पुस्तकों के रूप में प्रकाशन कराया है जो आकाशवाणी दिल्ली तथा झारखंड के पुस्तकालयों में प्रसारण मटेरियल के रूप में मौजूद हैं।

इन्होनें 20 महिला किसान क्लब सहित लगभग 150 रेडियो किसान क्लबों का गठन कर विकास अधिकारियों,विशेषज्ञों, वैज्ञानिकों,बैंकों,सरकारी तथा गैर सरकारी संस्थाओं को विकास कार्यों के कार्यान्वयन के लिए मंच दिया।

आकाशवाणी दरभंगा में 50 महिला समूह का गठन कर महिला समृद्धि योजना से जोड़ा।

गांव में ग्रामीण पुस्तकालय का गठन कर भटकते युवाओं को मुख्यधारा से जोड़ा है,

लगभग 3000 व्यक्तियों का निबंधन कराकर उन्हें मधुमक्खी पालन का प्रशिक्षण देकर उन्हें स्वरोजगार से जोड़ा है।

2010 से 2014 तक बाल कल्याण समिति लोहरदगा में अध्यक्ष पद पर रह कर गरीब, असहाय,भीख मांगने वाले,अनाथ एवं ट्रैफिकिंग के शिकार बच्चों को पुनर्वासित किया तथा उनमें से 50 बच्चियों को कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालयों में नामांकन कराया है।

2014 से 2018 तक किशोर न्याय बोर्ड रांची में 885 विधि विवादित बालकों के मामलों का निपटारा में बोर्ड का सहयोग किया।इतना ही नहीं उनके व्यक्तित्व एवं नैतिक विकास के लिए काउंसलिंग किया तथा सक्षम किशोरों को पेंटिंग,स्क्रीन पेंटिंग,टाइपिंग चित्रकला आदि का प्रशिक्षण देकर स्वरोजगार से जोड़ा तथा उनके कार्यों का फॉलोअप किया ।

2018 से 2020 तक महामहिम राज्यपाल की अनुशंसा पर कारा परिदर्शक के रूप में बिरसा मुंडा केंद्रीय कारा होटवार के अंतवासी कैदियों के बीच इलेक्ट्रीशियन, मशरूम उत्पादन ,केंचुआ खाद उत्पादन आदि का प्रशिक्षण दिया ताकि वे मुक्ति के बाद स्वरोजगार से जुड़कर सम्मानजनक जिंदगी जी सकें।

किशोर न्याय बोर्ड तथा बिरसा मुंडा केंद्रीय कारा की दीवारों पर महापुरुषों की वाणी (संदेशों)का दीवार लेखन कराया जिससे लोग प्रेरणा ले रहे हैं ।

2021 से जिला विधिक सेवा प्राधिकार रांची में मध्यस्थ (मेडिएटर) के रूप में विवादों से घिरे लोगों की समस्याओं के समाधान में लगे हैं,उन्हें सापेक्ष सफलता मिल रही है।

कोरोना काल 2020 से 21 तक के राहत कार्यों में सक्रिय भूमिका निभाया,जिसके लिए इन्हें राष्ट्रीय कोरोना वीर सम्मान से भी सम्मानित किया गया है।डॉक्टर गनौरी राम छात्र क्लब चिकित्सक मंच के संरक्षक भी हैं ये

सोशल मीडिया पर कृषि चर्चा कर ग्रामीणों एवं किसानों के समस्याओं का समाधान,निः शुल्क चिकित्सा शिविर एवं स्वास्थ्य जागरूकता अभियान साथ ही

नशा मुक्ति परामर्श देकर,एवं।काउंसलिंग कर कई व्यक्तियों को नशा मुक्त कराएं है।

वर्तमान में वे प्रतिदिन विभिन्न अस्पतालों में भर्ती रोगियों के बीच निःशुल्क चाय- बिस्किट,दतमन आदि का वितरण रहे हैं।

इस तरह डॉ.गनौरी राम जी को सामाजिक सेवा कार्यों के क्षेत्र में कई पुरस्कार तथा प्रशंसा पत्रों से सम्मानित किया गया है।

यह जानकारी छात्र क्लब चिकित्सक मंच के राष्ट्रीय अध्यक्ष शिव किशोर शर्मा ने दी है।

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