बर्ड फ्लू बीमारी से बचाव हेतु
जिलास्तरीय टास्क फोर्स की
बैठक सम्पन्न
पक्षियों की मृत्यु की सूचना मिलने पर कंट्रोल रूम नं 0532 2548827, 8953995402 तथा 7017636663 पर कराये अवगत।
प्रयागराज(राम आसरे), जिलाधिकारी भानु चन्द्र गोस्वामी की अध्यक्षता में बर्ड फ्लू बीमारी के फैलने की आशंका के दृष्टिगत जिलास्तरीय टास्क फोर्स की बैठक सम्पन्न हुई। बैठक में बर्ड फ्लू संक्रमण की आशंका के दृष्टिगत, कार्ययोजना पर चर्चा हुई। मुख्य पशुचिकित्साधिकारी, डा0 आर0पी0राय द्वारा अवगत कराया गया कि जनपद के सभी मुर्गी फार्मों की सूची बनाकर, सभी मुर्गी फार्मों पर पैनी नजर रखी जा रही है, तथा दैनिक सूचना उच्चाधिकारियों को प्रेषित की जा रही है। बर्ड फ्लू की जांच के लिये सीरो सर्विलांस हेतु सीरम सैम्पल, क्लोयकल स्वैब, ट्रैकियल स्वैब, नासल स्वैब प्रति माह आई0वी0आर0आई0, बरेली भेजा जा रहा है। अभी तक जनपद में बर्ड फ्लू का एक भी केस, संज्ञान में नहीं आया है। जनपद में बर्ड फ्लू बीमारी से निपटने हेतु सभी तैयारियां कर ली गयी है। जनपद में पर्याप्त मात्रा में पी0पी0ई किट उपलब्ध है। रैपिड रिस्पांस टीम का गठन, तहसील वार कर लिया गया है। जिलाधिकारी महोदय के निर्देशन में जनपद में बर्ड फ्लू कंट्रोल रूम स्थापित है जिसका नं 0532 2548827, 8953995402 तथा 7017636663 है।
जिलाधिकारी ने समस्त अधिकारियों को निर्देशित किया गया कि जनपद में कहीं भी समूह में पक्षियों की मृत्यु की सूचना मिलने पर तत्काल मुख्य पाुचिकित्साधिकारी/कंट्रोल रूम को अवगत कराया जाय, जिससे तत्काल स्थिति पर नियन्त्रण पाया जा सके। वन विभाग के अधिकारियों ने बैठक में अवगत कराया कि उनके विभाग द्वारा जनपद के समस्त जंगली/प्रवासी पक्षियों, तथा उनके प्रवास की जगहों यथा, तालाबों, जलाशयों तथा नदी आदि जगहों पर नजर रखी जा रही है। जिलाधिकारी महोदय द्वारा बर्ड फ्लू की सम्पूर्ण तैयारी की समीक्षा की गयी तथा सामान्य जनमानस हेतु शासन की मंशा के अनुरूप क्या करें एवं क्या न करें के निर्देश जारी किये गये है, जिसके अनुसार क्या करें में प्रमुख रूप से मृत पक्षी की सूचना तत्काल जिला स्तरीय कंट्रोल रूम के दूरभाष सं0 पर सूचित करें, अच्छी तरह पकाये गये कुक्कुट या अण्डे आदि से बर्ड फ्लू नहीं फैलता है, इसलिये कुक्कुट या कुक्कुट उत्पाद को अच्छी तरहं पका कर ही खायें, कुक्कुट पक्षियों के पालने के स्थान/फार्म के आस-पास जैव सुरक्षा, साफ-सफाई, डिसिन्फेक्सन करें, पक्षियों को हैन्डिल करने के पश्चात एन्टीसैप्टिक लोशन से हाथ को अच्छी तरहं से धोयें, बर्ड फ्लू से संक्रमित पक्षी के सम्पर्क में आने पर चिकित्सक की सलाह पर दवा खायें। क्या न करें में प्रमुख रूप से मृत पक्षी को छुये नहीं, अफवाहों पर ध्यान न दें, जिन क्षेत्रों में बर्ड फ्लू की सूचना प्राप्त हो, उसके आस-पास भ्रमण न करें, संक्रमित पक्षियों के सीधे संपर्क में आने से बचें तथा उनको हाथों से दाना आदि न खिलायें, कुक्कुट या अन्य पक्षियों को खुुले वाहनों में परिवहन न करें।
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