जैविक युद्ध व रसायनिक युद्ध
की तरफ बढ़ती दुनिया
वो हालात क्या होंगे जब इंसान पशु से भी बदतर हो जायेगा ।
लगता है कल ऐसा हो सकता है जब इंसान इंसान को खायेगा ।।
नरपिशाचों ने इस दुनिया को जन्नत से जहन्नुम बना दिया ।
आज कोरोनावायरस का देखो चीन ने कैसा हथियार बना दिया।
आज सारी दुनिया की निगाहें चीन पर टिकी हुई है । विश्व विजेता बनने के लिए जिस प्रकार से चीन द्वारा फैलाये गये कोरोनावायरस से महा नरसंहार की भूमिका तैयार की गई है । दुनिया भर के बड़े बड़े वैज्ञानिक इस नरसंहार को रोकने के लिए भरपूर कोशिश में लगे हुए हैं ।
तो वहीं कोरोनावायरस भी नये नये रुप में आकर पूरी दुनिया को तहस-नहस करने के मूड में लग रहा है ।आज जिस प्रकार से दुनिया भर में जैविक, रसायनिक, परमाणु हथियारों की होड़ लगी हुई है ।वह समय ज्यादा दूर नहीं है जब इन सब हथियारों का प्रयोग मानव ही मानवता के विनाश के लिए करेगा ।
जहां तक सूचनाएं प्राप्त हो रही हैं जैविक हथियारों पर चीन काफी समय से रिसर्च करता चला आ रहा है । जिस कोरोनावायरस ने अमेरिका जैसी सुपर पावर को भी घुटनों के बल बैठने के लिए मजबूर कर दिया ।
कोरोनावायरस से भी अधिक खतरनाक आज ब्लैक फंगस,येलो फंगस आदि बनते चले जा रहे हैं ।
यदि इंसान ने अपने स्वास्थ्य के प्रति जरा सी भी लापरवाही बरती समझिए बुरा वक्त शुरू हो चुका ।
वैसे जिस प्रकार से हम अपने पर्यावरण को लगातार प्रदूषित करते चले जा रहे हैं ।उसका भयंकर परिणाम हमें स्वयं ही विभिन्न रोगों के रूप में भुगतना पड़ रहा है ।
जितना रसायनिक दवाओं का प्रयोग आज खेती किसानी में बढ़ता चला जा रहा है ।उसका सीधा असर हमारे स्वास्थ्य पर पड़ता चला जा रहा है ।
उधर जिस प्रकार से जैविक, रसायनिक, परमाणु हथियारों की होड़ दुनिया में मची हुई है । उसने पूरी दुनिया को सकते में डाल दिया है ।
आज एक बात और विचारणीय है आपदा को अवसर में बदलने की रणनीति जिस प्रकार चीन द्वारा कोरोनावायरस के द्वारा एक बड़े व्यापार की योजना तैयार की गई थी ।वह तो डांवाडोल हो चुकी है । लेकिन आज चीन और पाकिस्तान के गठजोड़ से क़दम दर कदम बेहद सतर्क रहने की आवश्यकता है ।
क्योंकि कल के युद्ध आमने-सामने से नहीं बल्कि आसमान में लड़े जायेंगे ।जो दुनिया के बड़े महाविनाश का कारण बनेंगे ।आस सबसे बड़ी चुनौती यह भी है कि हम इस महा भयानक समस्या का सामना कैसे करेंगे ।
सबसे पहले इस विचारणीय तथ्य भी ध्यान आकर्षित करना होगा कि कोरोनावायरस के व्यापक स्तर पर फैलने के लिए उन उत्तर दायी कारणों को भी खोजना होगा कि जिस प्रकार से इसने महा भयानक महामारी का रूप धारण किया ।
वहीं दूसरी तरफ उन कारणों पर भी ध्यान केंद्रित करने की आवश्यकता है कि इस महा विपदा को रोकने के लिए बड़ी रणनीति तैयार की जाये ।
चीन के बाद भारत की आबादी दुनिया में सर्वाधिक है ।135 करोड़ जनसंख्या में एक साथ सभी को टीकाकरण अभियान एक दुष्कर कार्य है ।
जिस प्रकार से इतनी बड़ी रोकथाम के बावजूद भी लोग महामारी की आज भी उपेक्षा करने से बाज नहीं आ रहे हैं । लोग टीकाकरण और टेस्टिंग से बचने के प्रयास में लगे हुए हैं ।
उसे देखते हुए व्यापक स्तर पर अभियान चलाया जाना चाहिए ।
इसी के साथ चीन की रणनीति को देखते हुए हमें भी परिवार नियोजन की रणनीति को लेकर अहम फैसला लेना होगा ।
क्योंकि लगातार बढ़ती हुई जनसंख्या आने वाले समय में बहुत बड़ी मुसीबत का कारण बन सकती है ।
इसी के साथ पर्यावरण संरक्षण को प्रोत्साहित करने वाले अभियानों पर जोर दिया जाये ।
ऐसे वृक्ष जो पर्यावरण शुद्धि का कारक माने जाते हैं ।उन वृक्षों के रोपण पर विशेष रूप से ध्यान केंद्रित किया जाये ।
इसी के साथ हमें भविष्य में होने वाले युद्धों को ध्यान में रखते हुए एंटी मिसाइल सिस्टम की रुपरेखा पर बड़े पैमाने पर काम करना होगा । जिससे भारी जन धन हानि को रोका जा सके ।
क्योंकि यह एक कूटनीतिक जंग की शुरुआत है।जो भारत ही नहीं वरन पूरी दुनिया के लिए एक बड़े खतरे का संकेत है । आने वाले समय में इससे बड़े आक्रमण भी हो सकते हैं ।इसे नकारा नहीं जा सकता ।
उसके लिए सबसे पहले हमें अपनी आंतरिक सुरक्षा को बेहद मजबूत करना होगा । उन संगठनों को चिंहित करना होगा जो देश विरोधी गतिविधियों में संलिप्त है ।
यदि हम अपनी आंतरिक सुरक्षा को मजबूत करने में सक्षम सिद्ध हो जाते हैं तो एक बहुत बड़ा युद्ध जीत सकते हैं ।
क्योंकि जिस प्रकार का अंदाजा लगाया जा सकता है कि चीन कभी भी सामने से युद्ध नहीं करेगा हो सकता है वह पाकिस्तान के कंधों पर रखकर बन्दूक चलाने की रणनीति पर काम कर सकता है ।
क्योंकि पाकिस्तान अपने जन्म से ही भारत में ऐसी गतिविधियों को जन्म देने की कोशिश करता रहा है । जो भारत में अस्थिरता के कारण बनती रही हैं ।
जहां तक भारत विश्व में स्थिति को मजबूत करने में लगा हुआ है ।वह चीन के गले की फांस बनी हुई है । चीन हर संभव प्रयास करेगा कि भारत वैश्विक स्तर पर उससे निचले पायदान पर रहे । यही कारण है कि वह अंतराष्ट्रीय सुरक्षा परिषद में भारत का हमेशा से विरोध करता रहा है ।
हो सकता है भारत में महामारी का रूप धारण करता हुआ कोरोनावायरस भी चीन की सोची समझी चाल हो ।
लिहाजा हमें अपने आप को मजबूत करते हुए ऐसे क़दम उठाने होंगे कि कोरोनावायरस से जड़ से उखाड़ कर फेंका जा सके । और दुश्मन की हर चाल का यथोचित उत्तर दिया जा सके ।
जय हिन्द जय भारत वंदेमातरम
चन्द्र शेखर शर्मा मार्कण्डेय
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