क्या पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनकड़ हवाला रिश्वत कांड के दोषी हैं ?

क्या पश्चिम बंगाल के राज्यपाल 

जगदीप धनकड़ हवाला रिश्वत 

कांड के दोषी हैं ?

क्या भाजपा न्यायालय में अपने पार्टी के नेताओं के जज के रूप में बहाल कर रही है ?


पश्चिम बंगाल में इस तरह के आरोप-प्रत्यारोप भाजपा और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की पार्टी टीएमसी के बीच दौर चल रहा है।टीएमसी के राज्यसभा सांसद सुखेंदु शेखर राय ने राज्यपाल जगदीप धनकड़ पर आरोप लगाया है की श्री थनकड़ 1996 में हुए हवाला रिश्वत कांड में नामजद थे श्री धनकड़ का नाम हवाला डायरी के पृष्ठ नंबर 3 पर लिखा हुआ था और आरोप पत्र में भी उनका नाम था ।
उसके बाद भी राजपाल जैसे संवैधानिक प्रमुख के पद पर श्री धनकर का मनोनयन किया गया । ज्ञातव्य हो कि हवाला कारोबारी सुरेंद्र जैन उसके भाई तथा उसके रिश्तेदारों से हवाला के माध्यम से देश के बड़े-बड़े नेताओं को मोटी रकम दिया गया था इस रिश्वत कांड में मुख्य रूप से लालकृष्ण आडवाणी यशवंत सिन्हा माधवराव सिंधिया विद्याचरण शुक्ल मदन लाल खुराना देवीलाल शरद यादव बलराम जाखड़ सहित अन्य कई नाम थे। यशवंत सिन्हा 1995 में रांची विधानसभा से भाजपा के टिकट पर विधायक चुने गए थे लेकिन 1996 में हवाला रिश्वत कांड में नाम आने के बाद उन्होंने इस्तीफा दे दिया था आडवाणी सहित अन्य कई नेताओं ने भी अपने पद से इस्तीफा दिया था ।
एकमात्र नेता श्री शरद यादव ने खुलेआम यह स्वीकार किया कि हां मैंने हवाला के माध्यम से पैसा प्राप्त किया और वह पार्टी फंड में जमा किया यह पार्टी फंड के लिए चंदा था ।
टीएमसी सांसद महुआ मित्रा ने राज्यपाल पर आरोप लगाया कि राजभवन में अपने रिश्तेदारों एवं गांव के लोगों को अवैध रूप से नियुक्त कर रहे हैं ट्विटर पर सांसद महुआ मित्रा ने सूची भी जारी की थी जिसके अनुसार राज्यपाल के ओएसडी किशन धनकर ओएसडी समन्वय अखिल चौधरी ओएसडी प्रशासन रुचि दुबे ओएसडी प्रोटोकॉल प्रशांत दीक्षित और ओएसडी आईटी कौस्तव एस बलीकर आदि नाम शामिल हैं।
सांसद महुआ मित्रा ने राज्यपाल धनकर पर यह भी आरोप लगाया की अवैध आवासीय भूखंड आवंटन के लाभार्थी भी राज्यपाल थे जिसे 1997 में पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट ने अवैध आवासीय भूखंड आवंटन को रद्द कर दिया था।ममता बनर्जी स्वयं अपने निर्वाचन क्षेत्र नंदीग्राम के वोटों की गिनती में धांधली और मनमानी का आरोप लगाया था साथ ही यह भी कहा था कि मुझे जानबूझकर हर वाया गया है ममता बनर्जी ने इस मामले को न्यायालय मे प्रश्नगत किया है, मुकदमा दायर किया है लेकीन संयोग से उनका मामला पूर्व में भाजपा नेता सह अधिवक्ता रहे जज कौशिक चंदा की अदालत में प्रस्तुत कर दिया गया, ममता बनर्जी ने हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश को पत्र लिखा की कौशिक चंदा पूर्व में भाजपा के नेता थे और उनका जज के रूप में मनोनयन का राजनीतिक पृष्ठभूमि के होने के कारण मैंने विरोध किया था इसलिए इनका निर्णय पक्षपाती हो सकता है क्योंकि यह मामला भी भाजपा नेता शुभेंदु अधिकारी के खिलाफ है और भाजपा नेता रहे जज से निष्पक्ष फैसले कि उम्मीद नहीं है।
इसलिए मेरा मुकदमा किसी अन्य जज की अदालत में चलाई जाए।
* मनोहर कुमार यादव *

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